खबरदार! फिर से आ सकता है कोरोना का कहर, WHO ने दी बड़ी चेतावनी

punjabkesari.in Friday, Mar 18, 2022 - 11:30 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर लगभग खत्म होने के कगार पर और लोग अब फिर से बेपरवाह होकर कर कोविड के जरूरी नियमों से गुरेज करने लगे हैं। मास्क पहनना भी लोगों ने लगभग छोड़ ही दिया है। जबकि यह वैज्ञानिक पहले ही सावधान कर चुके हैं कि यह खत्म नहीं होगा और हमें इसका सामना नए नए रूप में करना पड़ेगा। कोविड-19 मामलों में वैश्विक स्तर पर हो रही बढ़ोतरी के आंकड़े बहुत बड़ी समस्या पैदा कर सकते हैं क्योंकि कुछ देशों में टेस्टिंग में भी कमी आई है। डब्ल्यूएचओ ने विश्वभर के देशों को वायरस के खिलाफ सतर्क रहने की चेतावनी दी। एक महीने से ज्यादा की गिरावट के बाद पिछले हफ्ते दुनिया भर में कोविड के मामले बढ़ने लगे हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि एशिया और चीन के जिलिन प्रांत में इसी के चलते लॉकडाउन लगाया गया है।

बीए.2 वेरिएंट तेजी से फैलने वाला वेरिएंट
डब्ल्यूएचओ की मारिया वान केरखोव ने ब्रीफिंग में कहा कि बीए.2 अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट प्रतीत होता है, हालांकि इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि यह ज्यादा गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इस बात का भी कोई सबूत नहीं है कि कोई अन्य नए प्रकार के मामलों में वृद्धि हो रही है। यूरोप की तस्वीर भी पूरी दुनिया के जैसी नहीं है। उदाहरण के लिए, डेनमार्क ने फरवरी की पहली छमाही में मामलों में संक्षिप्त पीक देखी गई, जिसकी वजह बीए.2 वेरिएंट था, जो जल्द ही कम भी हो गया।

क्या हैं नए मामलों के बढ़ने के कारण
इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हो सकते हैं जिसमें तेजी से फैलने वाला ओमिक्रॉन, बीए.2 सबलाइनेज और सार्वजनिक तौर पर स्वास्थ्य और सामाजिक नियमों में कमी भी शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधनोम गेब्रियेसुस ने संवाददाताओं से कहा कि यह वृद्धि कुछ देशों में परीक्षण में कमी के कारण हो रही है। अधिकारियों ने कहा कि कुछ देशों में कम टीकाकरण दर व आंशिक रूप से फैल रही गलत सूचना के चलते मामले बढ़ रहे हैं।

सप्ताह भर में हुई 4300 मौतें
पिछले सप्ताह की तुलना में वैश्विक स्तर पर नए संक्रमणों में 8 फीसदी की वृद्धि हुई, जिसमें 11 मिलियन नए मामले और 7-13 मार्च तक 43,000 से अधिक नई मौतें हुईं है। जनवरी के अंत के बाद पहली बार इतनी बढ़ोतरी देखी गई है। सबसे बड़ी छलांग डब्ल्यूएचओ के पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में थी, जिसमें दक्षिण कोरिया और चीन शामिल हैं, जहां मामलों में 25 फीसदी और मौतों में 27 फीसदी की वृद्धि हुई।

अफ्रीका में नए मामले 12 फीसदी बढ़े
अफ्रीका में भी नए मामलों में 12 फीसदी और मौतों में 14 फीसदी की वृद्धि देखी गई हैं, और यूरोप में मामलों में 2 फीसदी की वृद्धि हुई, लेकिन मौतों में कोई उछाल नहीं आया। अन्य क्षेत्रों में मामलों में गिरावट दर्ज की गई है, जिसमें पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्र भी शामिल है, हालांकि इस क्षेत्र में संक्रमण में पिछले स्पाइक से जुड़ी मौतों में 38 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। कई विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड और यूनाइटेड किंगडम में मार्च की शुरुआत से मामले बढ़ने के साथ यूरोप में एक और कोरोना वायरस लहर का सामना करना पड़ रहा है।

अमरीका में नई लहर का संभावना
विशेषज्ञों ने चेतावनी देनी शुरू कर दी है कि संयुक्त राज्य अमरीका में जल्द ही यूरोप की तरह ही नई लहर आ सकती है, जो संभावित रूप से बीए.2 के चलते आ सकती है। इसका कारण कई महीने पहले दी गई वैक्सीन के असर कम होने के बाद कमजोर इम्यूनिटी और पाबंदियों में कमी हो सकता है। इटली के पडुआ विश्वविद्यालय में इम्यूनोलॉजी के प्रोफेसर एंटोनेला वियोला ने कहा, “मैं प्रतिबंधों में ढील से सहमत हूं, क्योंकि आप दो साल बाद इसे आपातकाल के तौर पर नहीं सोच सकते। वियोला ने कहा कि हमें यह सोचने से बचना होगा कि कोविड अब नहीं है। वह कहती हैं कि हमें अनिवार्य रूप से कोविड के नियमों का पालन करना जारी रखना होगा।  


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Content Writer

Anil dev

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