देश के महानगरों में कोविड महामारी के बावजूद आवासीस संपत्तियों की बिक्री में 9 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी

punjabkesari.in Wednesday, Apr 06, 2022 - 02:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोविड महामारी की तीसरी लहर के बावजूद देश के आठ शीर्ष शहरों की संपत्तियों की बिक्री पिछले चार साल के मुकाबले उच्च स्तर पर पहुंच गई है। नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक नए साल की पहली तिमाही में 78,627 आवासीय इकाइयों की त्रैमासिक बिक्री उच्च स्तर पर पहुंच गई, जो एक साल पहले की तुलना में 9 प्रतिशत से अधिक है। सभी शीर्ष बाजारों में मांग जारी रहने के कारण आवासीय संपत्तियों के औसत पूंजी मूल्यों में 1-7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।  इन बाजारों में आपूर्ति भी मांग में वृद्धि के साथ गति में रही क्योंकि नई संपत्तियों की शुरुआत 78,171 इकाइयों में दर्ज की गई थी। तिमाही के दौरान मुंबई ने सबसे अधिक 21,548 इकाइयों की बिक्री दर्ज की गई और दिल्ली-एनसीआर में नए घरों की बिक्री में सालाना आधार पर सबसे अधिक 123 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

क्या है बिक्री बढ़ने की वजह?
नाइट फ्रैंक इंडिया के सीएमडी शिशिर बैजल का कहना है कि मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ-साथ व्यक्तिगत वित्तीय विश्वास के परिणामस्वरूप पिछली कुछ तिमाहियों में आवासीय बाजार में वृद्धि भारत के प्रमुख बाजारों के लिए प्रभावशाली रही है। उन्होंने कहा कि कम ब्याज दरों, खरीद की क्षमता, अच्छी वेतन वृद्धि और आगे के व्यवधानों के कम जोखिम के साथ महामारी ने घर खरीदारों के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया है। उपभोक्ताओं ने नए और बेहतर आवास की आवश्यकता को फिर से खोजा है। तिमाही के दौरान सभी शहरों ने प्रति वर्ग फुट की कीमतों में साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की है। बेंगलुरु में कीमतों में सबसे अधिक 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, उसके बाद पुणे और मुंबई में क्रमशः 5 प्रतिशत और 4 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई।

50 लाख रुपए से कम संपत्तियों की बिक्री ज्यादा
संपत्ति की अधिकतम बिक्री 50 लाख रुपये से कम की श्रेणी में थी। यह श्रेणी तिमाही के दौरान पूर्ण बिक्री का 41 प्रतिशत हिस्सा था।  उच्च श्रेणी जोकि 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक मूल्य की संपति की बिक्री 25 फीसदी रही, जो एक साल पहले 18 प्रतिशत थी। मुंबई का बाजार वॉल्यूम और वैल्यू दोनों के लिहाज से सबसे बड़ा रहा, लेकिन इसमें आवासीय संपत्तियों की बिक्री में साल दर साल 9 प्रतिशत की धीमी वृद्धि देखी गई। दिल्ली-एनसीआर के बाजार में लंबे समय से मंदी छाई हुई है। हालांकि महामारी के दौरान मांग में वृद्धि दर्ज की गई। 15,019 आवासीय इकाइयों की बिक्री के साथ बाजार में बिक्री में 123 प्रतिशत की वृद्धि हुई और लगभग 12,800 नई इकाइयों में लॉन्च में 692 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। बेंगलुरू जो बिक्री की मात्रा के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा आवासीय बाजार था, ने भी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 34 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जिसमें 13,663 आवासीय इकाइयों की नई बिक्री हुई। अहमदाबाद में एक साल पहले की तुलना में 4,105 इकाइयों की बिक्री के साथ 34 फीसदी प्रभावशाली वृद्धि हुई।


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Content Writer

Anil dev

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