संसद का शीतकालीन सत्र 22 नवंबर से शुरू होने की संभावना, एक माह तक चलेगी कार्यवाही

punjabkesari.in Friday, Oct 15, 2021 - 11:26 AM (IST)

नेशनल डैस्क: केंद्र सरकार की नवंबर के चौथे सप्ताह में एक माह के लिए संसद का शीतकालीन सत्र आयोजित करने की योजना है। एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि संसदीय कार्य मंत्रालय ने सत्र 22 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर तक खत्म होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि सत्र 15 नवंबर से शुरू करने का भी प्रस्ताव है।

जारी रहेंगे कोविड नियम, आरटी-पी.सी.आर. परीक्षण में छूट
रिपोर्ट के मुताबिक विंटर सेशन कम से कम एक महीने का होगा। इसे एक महीने से ज्यादा लंबा रखने का भी सुझाव है। जिस पर संसदीय मामलों की कैबिनेट कमेटी द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्रालयों को अस्थायी विधायी एजेंडा भेजने के लिए कहा गया है, जिसे वे सत्र में आगे बढ़ाना चाहेंगे। इस एजेंडे में विभागीय स्थायी समितियों के विधेयक, सदन द्वारा पारित विधेयक और नए विधेयक शामिल हैं।संसदीय कार्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ कोविड-19 प्रोटोकॉल पर चर्चा शुरू कर दी है। केंद्र के मानसून सत्र में अपनाए जाने वाले प्रोटोकॉल को जारी रखने की संभावना है। केंद्र ने संसद में पूरी तरह से टीका लगाने वाले सदस्यों के लिए आरटी-पी.सी.आर. परीक्षण की आवश्यकता को समाप्त कर दिया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों से बिना टीकाकरण वाले कर्मचारियों की संख्या के बारे में जानकारी मांगी है।

सभी सांसदों को लग चुके हैं वैक्सीन के दो डोज
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि सांसदों की जांच की गई है और पाया कि सभी सदस्यों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है। मानसून सत्र के दौरान छूटे हुए लोगों को भी कवर किया गया है। कोविड -19 के प्रकोप के बाद से यह चौथा सत्र होगा। महामारी के बाद पहला सत्र सितंबर 2020 में आयोजित किया गया था। कई सदस्यों के वायरस की चपेट में आने के बाद सत्र में कटौती की गई थी और सरकार ने 2020 में शीतकालीन सत्र आयोजित करने का फैसला किया। बजट सत्र जनवरी में आयोजित किया गया था, लेकिन बढ़ते मामलों के कारण इसे रोक दिया गया था। मॉनसून सत्र कोविड -19 के बाद तीसरा सत्र था, लेकिन पेगासस स्पाइवेयर पर चर्चा की मांग सहित कई मुद्दों पर विपक्ष द्वारा बार-बार व्यवधान के कारण इसे समय से पहले स्थगित कर दिया गया था।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anil dev

Recommended News

Related News