Bipin Rawat Helicopter Crash: चश्मदीद बोला- आग का गोला बने विमान से कूदे थे तीन लोग, पहली बार इतनी तेज आवाज सुनी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 08, 2021 - 05:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। भारतीय वायुसेना ने बताया कि हादसे में 14 सवारों में 13 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बिपिन रावत को इलाज के लिए अस्ताल में दाखिल कराया गया है जहां उनकी  हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं इस घटना को लेकर एक चश्मदीद ने कहा कि विमान पेड़ से टकराया था, आग लगने से पहले तीन लोग हेलिकॉप्टर से कूदे थे।

घटना के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने कहा- मैं अपने घर में था।  बाहर आकर देखा तो एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। यह एक के बाद एक दो पेड़ों से टकराया। इसके बाद उसमें आग लग गई। मैंने दो या तीन लोगों हेलिकॉप्टर से निकलते भी देखा, इनके शरीर में आग लगी हुई थी। मैंने उस इलाके में रहने वाले लोगों को बुलाया और मदद की कोशिश की। इसके बाद फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी सर्विसेज को सूचना दी गई। उन्होंने कहा कि "मैंने पहली बार इतनी तेज आवाज सुनी। जब मैं यह देखने के लिए बाहर आया कि क्या हुआ था, तो मैंने देखा कि हेलीकॉप्टर एक पेड़ से टकरा गया था। एक बहुत बड़ा आग का गोला था और फिर यह दूसरे पेड़ से टकरा गया। 

वहीं वायुसेना ने हालांकि जनरल रावत की हालत को लेकर कोई जानकारी नहीं दी। वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने घटना पर दुख व्यक्त किया और संकेत दिया कि हेलीकॉप्टर में 14 लोग थे। टेलीविजन पर दिखाई जा रही फुटेज में, बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर से आग की लपटें उठती दिखीं। हेलीकॉप्टर के मानव बस्ती से दूर दुर्घटनाग्रस्त होने से एक बड़ी त्रासदी होने से हालांकि बच गई। दुर्घटनास्थल पर भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर के क्षतिग्रस्त और जले हुए टुकड़े बिखरे पड़े थे। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने एक तमिल टीवी चैनल को बताया कि उन्होंने तेज आवाज सुनी, जाहिर तौर पर हादसे की आवाज थी, और बाद में हेलीकॉप्टर में आग लगी, जिसमें उसमें सवार कुछ लोग गंभीर रूप से झुलस गए। दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सभी घायल लोगों को दुर्घटनास्थल से निकाल लिया गया है। 

उन्होंने बताया कि सीडीएस जनरल रावत वेलिंग्टन में ‘डिफेंस सर्विसेज कॉलेज' (डीएससी) जा रहे थे। इस बीच, कोयंबटूर में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चार शव निकाल लिए गए हैं और मलबे से तीन लोगों को बचाया गया। हेलीकॉप्टर नीलगिरि जिले के पर्वतीय क्षेत्र में कुन्नूर के निकट कातेरी-नंजप्पनचथिराम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में कितने लोग सवार थे, इस बारे में तत्काल कोई ठोस जानकारी नहीं है। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने इससे पहले बताया था कि हेलीकॉप्टर में तीन-चार वरिष्ठ अधिकारी सवार थे। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंग्टन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे। उन्होंने बताया कि सेना के जवानों के साथ ही बचाव कर्मी इलाके से मलबा हटाने में लगे हैं।

निकटवर्ती कोयंबटूर से चिकित्सक दलों को कुन्नूर भेजा गया है। वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन पहले कुन्नूर और फिर वहां से विमान के जरिए कोयंबटूर जाएंगे। एक ट्वीट में, उन्होंने कहा, ‘‘सीडीएस जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य लोगों को ले जा रहे सेना के हेलीकॉप्टर के कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में सुनकर मैं बहुत स्तब्ध और निराश हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने स्थानीय प्रशासन को बचाव अभियान में सभी आवश्यक मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया है, मैं मौके पर पहुंच रहा हूं।'' 


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Content Writer

Anil dev

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