भारत में पहली और दूसरी वैक्सीन डोज लेने वालों की संख्या के बीच अंतर सर्वाधिक

punjabkesari.in Monday, Oct 25, 2021 - 12:15 PM (IST)

नेशनल डैस्क: भले ही भारत एक अरब से अधिक कोविड टीकाकरण करने के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है लेकिन भारत में एक और दो खुराक लेने वाले की संख्या में अंतर सर्वाधिक है। भारत में 51 फीसदी लोगों को एक वैक्सीन की एक डोज दी गई है, जबकि दूसरी डोज 21.9 फीसदी लोगों ने प्राप्त की है। संख्या में यह अंतर 2.4 के साथ दोगुना से अधिक है। जबकि विश्व स्तर पर टीकाकरण के रुझान को दर्शाने वाले ब्लूमबर्ग ट्रैकर के मुताबिक चीन की 82 फीसदी आबादी को कम से कम वैक्सीन की एक डोज और 76 फीसदी को दो खुराक मिली हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में  66.2 फीसदी आबादी को कम से कम एक डोज और 57.3 फीसदी आबादी को दो डोज दिए जा चुके हैं। समग्र रूप से यूरोपीय संघ में 69 फीसदी को एक और 66 फीसदी को दो डोज दिए जा चुके हैं।

टीके लगाने का 12-16 सप्ताह का अंतराल सबसे लंबा
विशेषज्ञों के अनुसार इसका सबसे बड़ा कारण कोविशील्ड की दो खुराक के बीच का समय का अंतर है। भारत में दो टीके लगाने का 12-16 सप्ताह का अंतराल दुनिया में सबसे लंबा है। फाइजर और मॉडर्ना के दो टीकों के बीच अंतर चार सप्ताह है और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को यूनाइटेड किंगडम में आठ सप्ताह के अंतराल पर लगाया जाता है। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद उनसे टीकाकरण में तेजी लाने का आग्रह किया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से उन लाभार्थियों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया, जो अपनी अंतराल अवधि समाप्त होने के बाद अपनी दूसरी खुराक की प्रतीक्षा कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नोट किया कि अब तक 71.24 करोड़ पहली खुराक पात्र आबादी के 76 फीसदी हिस्से को कवर करती है, जबकि 30.06 करोड़ की दूसरी खुराक पात्र आबादी के 32.0 फीसदी हिस्सा है।

क्या कहते हैं टीकाकरण के आंकड़े
टीकाकरण के आंकड़ों के अवलोकन से पता चलता है कि 17 सितंबर के बाद जब देश ने एक ही दिन में 2.5 करोड़ टीकाकरण का सर्वकालिक उच्च स्तर दर्ज किया उसके बाद टीकाकरण की संख्या में लगातार गिरावट आई है। एक महीने से अधिक के लिए, साप्ताहिक रूप से प्रशासित टीकों की संख्या 11 से 17  सितंबर में  6.6 करोड़ से गिरकर अक्टूबर के पहले सप्ताह में 4.2 करोड़ और 16 से 22 अक्टूबर में 3.6 करोड़ हो गई। हालांकि इसी अवधि के दौरान दूसरी खुराक लेने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। वास्तव में 8 से 14 मई के बाद पहली बार, दूसरी खुराक की साप्ताहिक संख्या एकल खुराक से अधिक हो गई। 1.5 करोड़ पहली खुराक की तुलना में पिछले सप्ताह में 2.1 करोड़ दूसरी खुराक दी गई। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में अभी तक वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट का कोई सबूत नहीं है। पहले और दूसरे शॉट्स में विसंगति को अब तक निर्धारित खुराक के बीच के अंतर में बेहतर ढंग से समझाया गया है। हालांकि पिछले टीकाकरण के अनुभव से पता चला है कि दुनिया में कहीं भी, किसी भी आबादी के अंतिम 10-15 फीसदी हिस्से को कवर करना चुनौतीपूर्ण था।


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Content Writer

Anil dev

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