हिंदुओं के खिलाफ मुस्लिम नेता को बयानबाजी पड़ी भारी, मांगनी पड़ी माफी

punjabkesari.in Monday, Dec 05, 2022 - 11:57 AM (IST)

नेशनल डेस्क: असम के मुस्लिम नेता बदरुद्दीन के हिंदुओं से जुड़े बयान को लेकर बवाल मचने के बाद उन्होंने माफी मांग ली है। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के सरबराह और असम से लोकसभा सदस्य बदरुद्दीन अजमल को कथित तौर पर हिंदू कम्युनिटि को निशाना बनाने वाले अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने कहा कि वह इससे पैदा होने वाले तनाव से शर्मिंदा हैं।

अजमल की बयानबाजी को लेकर राज्य के कई हिस्सों में उनके खिलाफ पुलिस में शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और उन्होंने किसी खास समुदाय को निशाना नहीं बनाया था। अजमल के सियासी विरोधियों ने उनके बयान को गुजरात चुनाव से जोड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि एआईयूडीएफ नेता भारतीय जनता पार्टी को बचाने के लिए उसके नक्शेकदम पर चल रहे थे, जो गुजरात में सत्ता बनाए रखने की कोशिशों में जुटी है।

तृणमूल कांग्रेस ने अजमल के बयान को लेकर उन पर भाजपा के साथ मिलीभगत का इल्जाम लगाया और गुवाहाटी में उनका पुतला फूंका था। हालांकि भाजपा अजमल के बयान से किनारा करती नजर आई। अजमल ने असम के होजई रेलवे स्टेशन पर मीडिया से कहा था कि मैंने किसी शख्स को निशाना नहीं बनाया और न ही ‘हिंदू’ लफ्ज का इस्तेमाल किया। मैं किसी का दिल नहीं तोड़ना चाहता था। अजमल ने कहा कि लेकिन यह एक मुद्दा बन गया और मुझे इसके लिए दुख है, मैं इसे लेकर शर्मिंदा हूं। मेरे जैसे वरिष्ठ आदमी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था।

बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि हिंदुओं को अपनी लड़कियों की शादी 18 साल की उम्र में करने के फॉर्मूले का पालन करना चाहिए। साथ ही बदरुद्दीन ने कहा था कि मुस्लिम लड़कियों की शादी तो 18 साल की उम्र में हो जाती है। लेकिन हिंदू लड़के तो 40 साल की उम्र तक शादी नहीं करते हैं। उससे पहले वे गैरकानूनी तरीके से दो तीन बीवियां रखते हैं। बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि हिन्दू तो 40 साल की उम्र तक अवैध साथी रखते हैं। वह बच्चे पैदा नहीं करते और पैसा बचाते हैं। वे 40 साल की उम्र के बाद शादी कर लेते हैं। फिर आप बच्चे कैसे पैदा कर सकते हैं?


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Content Writer

Anil dev

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