नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव से पीएम मोदी LIVE, बाेले- भारत के वैज्ञानिकों पर हमें गर्व

punjabkesari.in Monday, Jan 04, 2021 - 12:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन पर वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि हमें उन पर गर्व है। पीएम मोदी ने नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव (National Metrology Conclave) का उद्घाटन किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों ने एक नहीं दो मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन विकसित करने में सफलता पाई है। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड वैक्सीन कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है। इसके लिए देश को  अपने वैज्ञानिकों के योगदान पर बहुत गर्व है। पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें इस प्रकार:-

 

हमें ग्राहकों का दिल जीतना है

  • देश वर्ष 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहा है और 2047 में हमारी आज़ादी के 100 वर्ष होंगे। 
  • इस दौरान हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए नए मानकों को गढ़ने की दिशा में आगे बढ़ना ही है। 
  • आज जब देश 'आत्मनिर्भर भारत' का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है तो हमें याद रखना है कि इसका लक्ष्य क्वांटिटी भी है लेकिन साथ-साथ क्वालिट भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। 
  • हमें दुनिया को केवल भारतीय उत्पादों से भरना नहीं है, हमें भारतीय उत्पादों को खरीदने वाले हर ग्राहक का दिल भी जीतना है। 

 

भारत को अपने स्टैंडर्ड को नई ऊंचाई देनी है

  • हमारा देश दशकों से क्वालिटी और मापने के लिए विदेशी स्टैंडर्ड पर निर्भर रहा है लेकिन इस दशक में भारत को अपने स्टैंडर्ड को नई ऊंचाई देनी होगी।
  • इस दशक में भारत की गति, प्रगति, उत्थान, छवि, सामर्थ्य, हमारी क्षमता का निर्माण हमारे स्टैंडर्ड से ही तय होंगे।
  • आज भारत ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में दुनिया के टॉप 50 देशों में पहुंच गया है, आज बेसिक रिसर्च पर भी जोर दिया जा रहा है। 
     

वैज्ञानिक छात्रों के साथ  करें संवाद

  • CSIR के वैज्ञानिक देश के ज्यादा से ज्यादा छात्रों के साथ संवाद करें , कोरोना काल के अपने अनुभवों को और इस शोध क्षेत्र में किये गए कामों को नई पीढ़ी से साझा करें।
  • इससे आने वाले कल में आपको युवा वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी तैयार करने में बड़ी मदद मिलेगी।
  • देश 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहा है, 2047 में हमारी आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगे।


आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों का रखें ध्यान

  • हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए, नए मानकों, नए पैमानों, नई स्टैंडर्ड्स और न्यू बेंचमार्कस को घड़ने की दिशा में आगे बढ़ना ही है।
  • हमारे देश में सर्विसेज की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर हो में या प्राइवेट।
  • प्रोटक्ट्स की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर में हो या प्राइवेट। हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड ये तय करेंगे कि दुनिया में भारत और भारत के प्रोडक्ट्स की ताकत कितनी बढ़े।
     

सबसे ज्यादा पढ़े गए

vasudha

Recommended News

Related News