अपराध के खिलाफ सतर्कता को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय रक्षा युनिवर्सिटी आयोजित करेगी डिजिटल कार्यक्

punjabkesari.in Saturday, Oct 24, 2020 - 10:39 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय-आरआरयू, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान है, जो देश में राष्ट्रीय सुरक्षा और पुलिसिंग के क्षेत्र में अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। आरआरयू भारत में समृद्ध और स्थिर विकास क्रम की दृष्टि में योगदान देने के लिए विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और बहुपक्षीय संस्थानों के साथ रणनीतिक सहयोग का विस्तार करता है।

24 अक्टूबर, साल 1948 से हीं इस तारीख को संयुक्त राष्ट्र दिवस के रूप में नामित किया गया है, जो 75 साल पहले 1945 में चार्टर के स्थायी आदर्शों को उजागर करने के लिए किया गया था। संयुक्त राष्ट्र चार्टर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की स्थापना के लिए एकता में संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय मशीनरी को बनाए रखने की इच्छा रखता है।

इस वर्ष यूएन दिवस 2020 को चिन्हित करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के सहयोग से राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के तहत स्कूल ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड क्राइम साइंस (SCCS)- अपराध के खिलाफ सतर्कता के लिए, सामाजिक योगदान को बढ़ावा देने और पीड़ितो के हितों की रक्षा के बारे में सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए पूरे सप्ताह डिजिटल कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रहा है। यह विषय, 16 वें संयुक्त राष्ट्र, सतत विकास लक्ष्यों (UNSDG): शांति, न्याय और मजबूत संस्थानों की प्राप्ति में अहम योगदान देगा।

आज के उद्घाटन दिवस पर, यूनिसेफ द्वारा, ‘एंडिंग वायलेंस अगेंस्ट चिल्ड्रेन’ विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। डॉ पी.एम. नायर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के पूर्व डीजीपी, ने इस दिन, अपराधों को प्रभावी ढंग से कैसे लागू किया जाए, इस पर अपना व्याख्यान दिया। इस सप्ताह के दौरान, विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों जैसे कि पुनर्स्थापनात्मक न्याय और बचपन, पूर्व-अपराध घटनाओं, भारत में जेलों और कैदियों की स्थिति सहित अन्य मुद्दों पर सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन पुरे सत्र को देश भर के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और विशेषज्ञों द्वारा संबोधित किया जाएगा।

सक्रिय सामुदायिक जुड़ाव सुनिश्चित करने के लिए, ऑनलाइन कार्यक्रमों की एक श्रृंखला जैसे- कार्टून बनाना, लघु कथाएँ और कथा लेखन, अपराध जागरूकता के लिए विचार उत्पन्न करना आदि, की भी योजना है। इन कार्यक्रमों को आयोजित करने के पीछे उद्देश्य यह है कि प्रतिभागी (पंजीकरण लिंक: https://forms.gle/m2gArhpxedB2GJaf7) विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में अपने सर्वश्रेष्ठ विचारों को सामने ला सकते हैं। इस कार्यक्रम के आयोजन से भारत की सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के विश्वविद्यालय के प्रयासों को अधिक बढ़ावा मिलेगा।


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Yaspal

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