क्या देश के बेरोजगार युवा कर सकते हैं इन तीन शब्दों का इस्तेमाल? राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर कसा तंज
punjabkesari.in Friday, Jul 15, 2022 - 02:30 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले पांच वर्षों के दौरान 20 से 24 साल के युवाओं में बेरोजगारी दर दोगुनी होने पर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने पीएम पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री के ‘झूठ' के लिए देश के नौजवान भी ‘गुमराह', ‘विश्वासघात' और ‘धोखे' जैसे ‘असंसदीय' शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Misled. Betrayed. Cheated.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 15, 2022
Prime Minister, can India's unemployed youth use these ‘unparliamentary’ words for your lies? pic.twitter.com/dsmlupUoBk
उन्होंने ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनमी' (सीएमआईई) के आंकड़े का हवाला देकर एक ग्राफ ट्विटर पर साझा करते हुए कहा, ‘‘गुमराह, विश्वासघात, धोखा। प्रधानमंत्री जी, क्या भारत के बेरोजगार युवा आपके झूठ के लिए इन ‘असंसदीय' शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं?'' राहुल गांधी ने जो ग्राफ साझा किया उसमें दर्शाया गया है कि वित्त वर्ष 2017-18 में 20 से 24 साल के नौजवानों के बीच बेरोजगारी दर 21 प्रतिशत थी जो वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़कर 42 प्रतिशत हो गई।
बता दें कि, संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सदस्य अब चर्चा में हिस्सा लेते हुए जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चाण्डाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिठ्ठू जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। ऐसे शब्दों के प्रयोग को अमर्यादित आचरण माना जायेगा और वे सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होंगे।
हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्पष्ट किया था कि संसदीय कार्यवाही के दौरान किसी शब्द के प्रयोग को प्रतिबंधित नहीं किया गया है बल्कि उन्हें संदर्भ के आधार पर कार्यवाही से हटाया जाता है तथा सभी सदस्य सदन की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं।