पुतिन, विक्रमसिंघे समेत कई वैश्विक नेताओं ने राष्ट्रपति मुर्मू को दी बधाई

punjabkesari.in Monday, Jul 25, 2022 - 09:36 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन, रूस, बांग्लादेश श्रीलंका और नेपाल के राष्ट्रपतियों समेत कई विश्व नेताओं ने भारत की नयी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी तथा भारत के साथ अपने-अपने देशों के बहुआयामी संबंधों को बढ़ाने के लिए उनके साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार को 64 वर्षीय मुर्मू को पदभार ग्रहण करने पर बधाई देते हुए कहा कि वह पारस्परिक राजनीतिक विश्वास बढ़ाने, व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने और मतभेदों के समाधान के लिए उनके साथ काम करने को तैयार हैं।

चिनफिंग ने अपने बधाई संदेश में कहा कि चीन और भारत एक-दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं तथा चीन और भारत के बीच अच्छे संबंध दोनों देशों और उनके लोगों के मूलभूत हितों के अनुरूप हैं तथा क्षेत्र और दुनिया भर में शांति, स्थिरता एवं विकास में सहायक हैं। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चिनफिंग ने कहा कि वह चीन-भारत संबंधों को बहुत महत्व देते हैं, और आपसी राजनीतिक विश्वास बढ़ाने, व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने, मतभेदों को हल करने और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए मुर्मू के साथ काम करने को तैयार हैं।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी मुर्मू को बधाई दी तथा उम्मीद जताई कि वह द्विपक्षीय रचनात्मक सहयोग को और बढ़ावा देंगी। पुतिन ने अपने संदेश में कहा, "हम भारत के साथ विशेष रणनीतिक साझेदारी के संबंधों को बहुत महत्व देते हैं।" उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि राष्ट्र प्रमुख के रूप में आपके कार्य हमारे मित्र राष्ट्रों के लाभ और अंतरराष्ट्रीय स्थिरता एवं सुरक्षा के हित में विभिन्न क्षेत्रों में रूसी-भारतीय राजनीतिक संवाद एवं रचनात्मक सहयोग को और मजबूत करेंगे।" श्रीलंका के नवनियुक्त राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने मुर्मू को बधाई दी और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए रेखांकित किया कि उनका नेतृत्व सौहार्दपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने के संयुक्त प्रयासों को "नयी गति" प्रदान करेगा।

विक्रमसिंघे ने अपने संदेश में लिखा, "सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक में इस प्रमुख जिम्मेदारी के लिए आपकी नियुक्ति, आपकी क्षमता एवं राजनीतिक कौशल पर सरकार और लोगों के विश्वास का प्रमाण है।" दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ हम दोनों देशों के बीच जो मधुर संबंध है उसे आपके नेतृत्व से मजबूत करने के संयुक्त प्रयास को नयी गति मिलेगी।'' विक्रमसिंघे ने 21 जुलाई को श्रीलंका के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की थी।

बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हामिद ने द्रौपदी मुर्मू को पदभार ग्रहण करने पर सोमवार को बधाई दी और कहा कि परस्पर हितों को आगे बढ़ाने, इस क्षेत्र में विकास, शांति एवं समद्धि की कोशिश करने के लिए वह उनके साथ काम करने को लेकर आशान्वित हैं। उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश संबंध साझा इतिहास और संस्कृति, परस्पर विश्वास एवं सम्मान तथा दीर्घकालिक मित्रता एवं निरंतर सहयोग की बुनियाद पर टिके हैं। हामिद ने कहा, ‘‘1971 में हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान भारत की सरकार और जनता द्वारा दिया गया बहुमूल्य सहयोग हमारे संबंधों में ऐतिहासिक घटना है। आज हमारा सहयोग व्यापार, संपर्क, जल संसाधन प्रबंधन, ऊर्जा, सीमा प्रबंधन एवं सुरक्षा समेत विविध क्षेत्रों में फैला है।''

मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने भी मुर्मू को उनके "ऐतिहासिक चुनाव" पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, "उनकी (मुर्मू) क्षमता और अनुभव निस्संदेह भारत को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा। मैं मालदीव और भारत के बीच उनके नेतृत्व में घनिष्ठ संबंधों को बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।" नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने मुर्मू को शुभकामनाएं दीं और विश्वास व्यक्त किया कि उनके कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग नयी ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।

वहीं, नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने ट्वीट किया, "नेपाल की सरकार और लोगों की ओर से, मैं श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को भारत के 15 वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर हार्दिक बधाई देना चाहता हूं। मुझे विश्वास है कि नेपाल और भारत के बीच शानदार द्विपक्षीय संबंध आने वाले दिनों में नयी ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे।"

ब्रिटेन ने भी राष्ट्रपति मुर्मू को बधाई दी और विश्वास जताया कि उनके कार्यकाल में भारत-ब्रिटेन के संबंध ‘‘अधिक मजबूत'' होंगे। दक्षिण एशिया और राष्ट्रमंडल के लिए विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) के राज्य मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद शुक्रवार को द्रौपदी मुर्मू के चुनाव जीतने पर कहा था, ‘‘द्रौपदी मुर्मू को भारत का नया राष्ट्रपति बनने पर बधाई। मुझे विश्वास है कि उनके कार्यकाल में ब्रिटेन-भारत संबंध अधिक मजबूत होंगे।''


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Content Writer

Yaspal

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