बाबरी मामले में मनोहर जोशी ने दिए 1050 सवालों के जवाब, आज आडवाणी की पेशी

punjabkesari.in Friday, Jul 24, 2020 - 11:08 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी ने वीरवार को बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की सुनवाई कर रही विशेष सीबीआई अदालत में अपना बयान दर्ज कराया। अदालत ने जोशी से करीब 1050 सवाल किये और उन्होंने हर सवाल पर इनकार किये। कोर्ट आज पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का भी बयान ऑनलाइन दर्ज करेगी।

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जोशी ने सबूतों को बताया झूठा
विशेष न्यायाधीश एस.के. यादव की अदालत में जोशी का बयान वीडियो कांफ्रेंस के जरिये दर्ज किया गया। भाजपा के 86 वर्षीय नेता ने कहा कि वह बाबरी विध्वंस मामले में निर्दोष हैं और केन्द्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक बदले की भावना से उन्हें गलत तरीके से फंसाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभियोजन पक्ष की तरफ से इस मामले में पेश किये गये सुबूत झूठे और राजनीति से प्रेरित हैं।

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अखबार में छपी खबरों का भी किया खंडन
जब जज ने सवाल पूछा कि गवाहों ने आखिर उनके खिलाफ साक्ष्य क्यों दिया, जोशी ने कहाकि सभी गवाह झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने राजनीतिक कारणों से और पुलिस के प्रभाव में आकर वे बयान दिये। जज ने 26 जून 1991 को राम जन्म भूमि परिसर की वे तस्वीरें दिखायीं जिसमें जोशी उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह तथा अन्य नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं। इस बारे में पूछने पर जोशी ने कहा कि वह फोटो फर्जी है और उस तस्वीर का कोई भी नेगेटिव रिकॉर्ड पर दर्ज नहीं है। वह तस्वीर इस मामले की जांच के दौरान स्वप्न दास गुप्ता ने सीबीआई को सौंपी थी। जज ने कई अखबारों का भी संदर्भ दिया जिनमें राम जन्म भूमि के बारे में पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और शिव सेना नेता बाला साहब ठाकरे के कथित बयान छपे थे। इस बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा कि वे खबरें गलत हैं और राजनीतिक छवि धूमिल करने और विचारधारा में भेद होने के कारण उन खबरों को जांच का हिस्सा बनाया गया।

 

शाह ने की थी आडवाणी से मुलाकात 
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को शीर्ष भाजपा नेता व पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब आडवाणी को बाबरी मस्जिद मस्जिद विध्वंस मामले की सुनवाई कर रही सीबीआई की विशेष अदालत में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बयान दर्ज कराना है। सूत्रों ने बताया कि इस मामले को लेकर 92 वर्षीय आडवाणी से मुलाकात के दौरान शाह के साथ सरकारी वकील भी मौजूद थे। आडवाणी बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले के अभियुक्तों में एक हैं। 

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क्या है मामला
विशेष सीबीआई अदालत बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 313 के तहत 32 आरोपियों के बयान दर्ज कर रही है। विशेष अदालत इस मामले की सुनवाई 31 अगस्त तक पूरी करने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुपालन में प्रकरण में रोजाना कार्यवाही कर रही है। गौरतलब है कि अयोध्या में छह दिसम्बर 1992 को कारसेवकों की भीड़ ने विवादित ढांचे को गिरा दिया था। उनकी आस्था थी कि किसी प्राचीन मंदिर को ढहाकर वह मस्जिद बनायी गयी थी। आडवाणी और जोशी उस वक्त राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता थे। 
 


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vasudha

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