कोरोना वायरस: अमित मालवीय के ट्वीट पर भड़कीं ममता बनर्जी, कहा- बंगाल सरकार को बदनाम करने की हो रही कोशिश
punjabkesari.in Monday, Apr 06, 2020 - 06:58 PM (IST)
नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस से हुई मौतों पर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ गई है। भाजपा आईटी सेल के अमित मालवीय ने राज्य सरकार पर संक्रमण के मामलों की जानकारी ‘छुपाने’ का आरोप लगाया जिस पर सत्ताधारी दल तृणमूल ने जवाब देते हुए कहा कि “फर्जी खबरों को फैलाने में पीएचडी हासिल कर चुके व्यक्ति को आंकड़ों की प्रमाणिकता पर ट्वीट नहीं करना चाहिए।”
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बंगाल में अब तक कोविड-19 के 80 मामलों की पुष्टि हुई है और तीन व्यक्तियों की मौत हुई है। हालांकि गैर सरकारी सूत्रों के अनुसार संक्रमण के कारण दस लोगों की मौत हो चुकी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट की एक श्रृंखला में सोमवार को आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार कोविड-19 के मामलों के संबंध में आंकड़े छुपा रही है।
मालवीय ने ट्वीट किया, “ममता बनर्जी क्या छुपा रही हैं? बंगाल सरकार की ओर से दो, तीन और पांच अप्रैल को कोई मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया गया। आश्चर्यजनक रूप से चार अप्रैल को जारी हुए बुलेटिन में कोविड-19 से हुई मौतों का कोई जिक्र नहीं था। इसके साथ ही यह भी जानिए की ममता प्रशासन ने कोविड-19 से होने वाली मौतों का कारण पता करने के लिए समिति बनाने का आदेश दिया है।
What is Mamata Banerjee hiding?
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 6, 2020
No medical bulletin from the Bengal government on 2nd, 3rd and 5th Apr. Curiously number of Covid related deaths missing in the bulletin released on 4th..
Read this along with Mamata admin’s diktat on a Committee deciding reason for Covid deaths. pic.twitter.com/meUXzWVNIz
मालवीय ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “बंगाल में अस्पताल प्रशासन ममता बनर्जी के दबाव में काम कर रहे हैं। उन पर कोविड-19 के मामलों की जांच नहीं करने का दबाव है। डॉक्टरों से कहा गया है कि वे कोरोना वायरस से मरने वाले मरीजों के मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण कोरोना वायरस न लिखें।
Shocking apathy and negligence by the Mamata Banerjee admin in Bengal where a Covid patient was initially admitted to the general medicine ward of NRS Medical College and was sent to CCU and not isolation even after he turned symptomatic. Tragically, the 34 year old died later.
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 6, 2020
इसका जवाब देते हुए वरिष्ठ तृणमूल नेता और लोक सभा सदस्य काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि मालवीय को आंकड़ों की प्रमाणिकता की बात करना शोभा नहीं देता। दस्तीदार ने ट्वीट किया, “जब भाजपा के आईटी सेल के सीईओ और फर्जी खबर फैलाने में पीएचडी हासिल करने वाले आंकड़ों की प्रमाणिकता पर ट्वीट करते हैं तो ऐसा लगता है जैसे कोविड-19 सामाजिक दूरी बनाने की बात कर रहा हो और आप पर लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने का आरोप लगा रहा हो।"
वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि एक राजनीतिक पार्टी की आईटी सेल पश्चिम बंगाल सरकार को बदनाम करने के लिए फेक न्यूज़ का सहारा ले रही है। एक अन्य वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि संकट के इस समय में मालवीय को मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Shukrawar Upay: कुंडली में शुक्र है कमजोर तो कर लें ये उपाय, कष्टों से मिलेगा छुटकारा
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका की टिप्पणी पर जयशंकर ने दिया कड़ा जवाब , कहा- भारत में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी