फडणवीस से मुलाकात के बाद शिवसेना पर भड़के अठावले, बोले- दादागिरी का उत्तर दादागिरी से देंगे

punjabkesari.in Saturday, Jun 25, 2022 - 02:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र का सियासी संकट हर दिन नया मोड़ और नया रूप लेता हुआ दिखाई दे रहा है। इसी बीच बागियों के घर-दफ्तर में हो रही तोड़फोड़ को देखते हुए देवेंद्र फडनवीस के नेतृत्व में शनिवार को मुंबई में भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक शुरु हुई। पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की राजनीतिक अस्थिरता के मुद्दे पर चुप्पी साधे रहने वाली भाजपा आज कुछ निर्णय ले सकती है। मीटिंग से बाहर आने के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि उद्धव के पास नंबर नहीं हैं, वो अब गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी का जवाब गुंडागर्दी से ही दिया जाएगा। 

शिवसेना कार्यकर्ताओं ने बागी नेता के पुणे स्थित कार्यालय में की तोड़फोड़
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पार्टी के बागी विधायक तानाजी सावंत के एक कार्यालय में तोड़फोड़ की, जो इस समय एकनाथ शिंदे गुट के हिस्से के रूप में गुवाहाटी में हैं। कार्यकर्ताओं का एक समूह आज सुबह कटराज इलाके में स्थित भैरवनाथ शुगर वर्क्स के कार्यालय में घुस गया और सावंत के कार्यालय को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसमें शामिल रहे पार्टी के पार्षद विशाल धनवाड़े ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ तो बस एक शुरुआत है। हर गद्दार (बागी विधायक) के कार्यालय को आने वाले दिनों में तोड़ दिया जाएगा।” सावंत उस्मानाबाद जिले के परांदा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। शिवसेना के ज्यादातर विधायक शिंदे के समर्थन में आ गए हैं और गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं, जिससे उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी सरकार संकट में आ गयी है। 

राजनीतिक बदले की भावना से 16 बागी विधायकों का सुरक्षा कवच वापस लिया गया: शिंदे 
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने शनिवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार ने 16 बागी विधायकों के आवास पर उपलब्ध कराई गई सुरक्षा वापस ले ली है। शिंदे ने कहा कि उनकी भी सुरक्षा वापस ले ली गई है और यह “राजनीतिक प्रतिशोध” की भावना से किया गया है। इस समय बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के नाम एक पत्र ट्वीट किया, जिस पर 16 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में विधायकों ने कहा है कि अगर उनके परिवार के लोगों को कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री ठाकरे और सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी गठबंधन के नेता उसके लिये जिम्मेदार होंगे। 

शिंदे ने ट्वीट में कहा कि “राजनीतिक प्रतिशोध” की भावना के चलते ठाकरे और वलसे पाटिल के आदेश पर शिवसेना के 16 विधायकों की सुरक्षा वापस ले ली गई है। उन्होंने कहा, “इन विधायकों की सुरक्षा के लिए सरकार जिम्मेदार है।” पत्र में विधायकों ने मांग की है कि उनकी सुरक्षा बहाल की जाए। पत्र में कहा गया, “यदि हमारे परिवार के सदस्यों को नुकसान पहुंचा तो मुख्यमंत्री, महा विकास आघाड़ी के नेता, जैसे शरद पवार, संजय राउत और आदित्य ठाकरे इसके जिम्मेदार होंगे।” विधायकों ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों और उनके आवास को प्रोटोकॉल के तहत मिला सुरक्षा कवच अवैध रूप से और बदले की भावना से हटाया गया है। 

 


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Content Writer

Anil dev

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