हनुमान चालीसा विवाद: ''दलित होने की वजह से मुझे पुलिसवालों ने पानी तक नहीं दिया'', जेल में छलका नवनीत राणा का दर्द

punjabkesari.in Monday, Apr 25, 2022 - 02:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर 'हनुमान चालीसा' पढ़ने की मांग करने वाली राणा दंपत्ति की धमकी और गिरफ्तारी के बाद सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिख गंभीर आरोप लगाए। जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए लिखा कि मुझे 23 अप्रैल 2022 को खार पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां पूरी रात मैंने पुलिस स्टेशन में बिताई और मैंने पूरी रात पीने के लिए पानी मांगा लेकिन मुझे पानी तक नहीं दिया गया। 
 

 नवनीत राणा ने आरोप लगाते हुए आगे लिखा कि मुझे हैरानी तब हुई, जब पुलिस स्टाफ ने कहा कि मैं अनुसूचित जाति से हूं लिहाजा वह उस ग्लास में मुझे पानी नहीं देंगे, मुझे सीधे तौर पर जाति के आधार पर गाली दी गई ।  उन्होंने कहा कि मुझे पानी पीने जैसे बुनियादी मानवाधिकार से भी इस चीज को लेकर वंचित किया गया क्योंकि मैं दलित जाति से हूं।  
 

राणा ने लिखा कि यह मेरा श्वास है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना स्पष्ट कारणों से अपने स्पष्ट हिंदुत्व सिद्धांतों से पूरी तरह से भटक गई क्योंकि वह सार्वजनिक जनादेश को धोखा देना चाहती थी और कांग्रेस-एनसीपी के साथ चुनाव के बाद गठबंधन बनाना चाहती थी।  मैंने शिवसेना में हिंदुत्व की लौ को फिर से जगाने की सच्ची आशा के साथ घोषणा की थी कि मैं मुख्यमंत्री के आवास पर जाऊंगी और उनके आवास के बाहर "हनुमान चालीसा" का पाठ करूंगी न कि यह किसी धार्मिक तनाव को भड़काने के लिए था।
 

राणा ने कहा कि हकीकत में मैंने मुख्यमंत्री को "हनुमान चालीसा" के जाप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था न कि धार्मिक तनाव को भड़काने के लिए।   हालांकि, इस तथ्य को देखते हुए कि मेरी गतिविधि मुंबई में कानून और व्यवस्था की स्थिति के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं इसके लिए मैंने हनुमान चालीसा पढ़ने की जिद भी छोड़ दी और कहा कि मैं सीएम आवास नहीं जाऊंगी, जिसके लिए मैं अपने पति और विधायक रवि राणा के साथ अपने घर में कैद थी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anu Malhotra

Recommended News

Related News