Layer''r Shot: जानिए क्या है परफ्यूम विज्ञापन विवाद, इन नियमों का हुआ उल्लंघन...केंद्र ने सभी डियोडरेंट ऐड पर लगाई रोक

punjabkesari.in Sunday, Jun 05, 2022 - 09:50 AM (IST)

नेशनल डेस्क: परफ्यूम ब्रांड लेयर शॉट के विवादास्पद विज्ञापनों को स्थगित करने वाले विज्ञापन क्षेत्र के नियामक निकाय भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (Regulatory body Advertising Standards Council of India) (ASCI) ने कहा है कि यह विज्ञापन आपत्तिजनक विज्ञापन के खिलाफ उसकी संहिता का ‘‘संभवत: घोर उल्लंघन'' है। ASCI ने विज्ञापन देखने के बाद फौरन एक विशेष प्रक्रिया अपनाई , जिसे ‘‘स्थगित लंबित जांच'' (SPI) कहा जाता है और विज्ञापनदाता को इसे लेकर एक जवाब दाखिल करने को कहा।

 

ASCI ने जारी एक बयान में कहा कि यह विज्ञापन ASCI के अध्याय 2 का संभवत: उल्लंघन करता है, जो यह प्रावधान करता है कि विज्ञापनों में कुछ भी अश्लील नहीं होना चाहिए, खासतौर पर महिलाओं का चित्रण करने में। या कुछ भी अप्रिय नहीं होना चाहिए, जिसके द्वारा शालीनता और शिष्टता के सामान्य मानदंडों के आलोक में, गंभीर एवं व्यापक अपराध होने की संभावना हो।'' हालांकि, ASCI ने अपने बयान में ब्रांड के नाम का जिक्र नहीं किया है।

 

ज्यादातर मामलों में ASCI विज्ञापनदाता को विज्ञापन पर कोई सिफारिश उपलब्ध कराए जाने से पहले अपनी दलील पेश करने का एक अवसर देता है। बयान में कहा गया है, ‘‘असमान्य परिस्थितियों में, जब प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि कोई विज्ञापन ASCI संहिता का गंभीर उल्लंघन कर रहा है और उसका प्रसारण जारी रहने से लोगों को नुकसान हो सकता है या इसका जारी रहना जन हित के खिलाफ है तब ASCI विज्ञापनदाता/विज्ञापन एजेंसी/संबद्ध मीडिया को विज्ञापन स्थगित करने का निर्देश देता है। ''

 

सरकार ने हटवाया वीडियो
इससे पहले, शनिवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ट्विटर और यूट्यूब को अपने-अपने सोशल मीडिया मंच से एक परफ्यूम  ब्रांड के उन विज्ञापनों के वीडियो हटाने को कहा, जिसने ‘‘सामूहिक बलात्कार को बढ़ावा देने वाली संस्कृति'' को लेकर आक्रोश पैदा किया है। ट्विटर और यूट्यूब को भेजे पत्र में मंत्रालय ने कहा है कि ये वीडियो शालीनता और नैतिकता के लिहाज से महिलाओं के चित्रण के प्रति हानिकारक हैं और सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा-निर्देश एवं डिजिटल मीडिया आचार संहिता) का उल्लंघन हैं। परफ्यूम  ब्रांड लेयर शॉट के विज्ञापन से जुड़े वीडियो पर सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक बड़े वर्ग ने आपत्ति जताई है।

 

उन्होंने आरोप लगाया है कि यह विज्ञापन महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा को बढ़ावा देता है। ASCI के मुताबिक, इसकी उपभोक्ता शिकायत परिषद यह निर्णय करेगी कि विज्ञापन, संहिता का उल्लंघन करता है या नहीं और उसके मुताबिक उपयुक्त आदेश जारी करेगी। ASCI ने कहा कि इस मामले में उसने विज्ञापनदाता को तीन जून को पत्र लिखकर विज्ञापन स्थगित करने के फैसले से अवगत कराया था और विज्ञापनदाता का जवाब मांगा था, जो आने वाले दिनों में उपभोक्ता शिकायत परिषद के समक्ष रखी जाएगी। इसने कहा कि उसे यह सूचना मिली है कि जिस चैनल ने मूल रूप से यह विज्ञापन प्रसारित किया था उसने इसे पहले ही हटा दिया है।


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Content Writer

Seema Sharma

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