Monsoon Updates: बाढ़ से बेहाल असम, केरल में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2019 - 12:32 PM (IST)

नेशनल डेस्कः बिहार और असम में बाढ़ का कहर फिलहाल जारी है। असम के 33 जिले भी बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें 17 लोगों की मौत हुई है और 45 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं केरल में बेहद भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने राज्य में बेहद भारी बारिश की संभावना जताई है।
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राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। वहीं हवा में आर्द्रता का स्तर भी 100 प्रतिशत रहा। बारिश के कारण धौला कुआं, नांगलोई, नजफगढ़, दिल्ली कैंट, रिंग रोड और बदरपुर सहित कई प्रमुख चौराहों पर यातायात प्रभावित हुआ। मौसम विभाग ने आज दिल्ली में पूरे दिन लगातार बारिश होने के साथ ही अधिकतम और न्यूनतम तापमान के 32 डिग्री सेल्सियस और 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए जाने का पूर्वानुमान लगाया है।

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केंद्र ने असम के लिए जारी की राहत राशि
केंद्र सरकार ने असम में बाढ़ से राहत एवं बचाव के लिए 251.55 करोड़ रुपए की सहायता राशि जारी की है। असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को ट्विटर पर एक पत्र साझा किया जिसमें बताया गया है कि केंद्र सरकार ने चौदहवें वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर राज्य आपदा मोचन बल के केंद्रीय हिस्से के रूप में यह राशि जारी की है।
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बिहार में 25 की मौत
बिहार में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की करीब 19 टीमों को तैनात किया गया है। केन्द्र ने राज्य सरकार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। राज्य में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 16 जिलों में 25.71 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार, नेपाल के जलक्षेत्रों में असामान्य मूसलाधार वर्षा और उसके बाद नदियों में बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने के कारण बिहार में बाढ़ आई है। यहां एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
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केरल में रेड अलर्ट
मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार केरल के छह जिलों में 24 घंटे के भीतर 204 मिलीमीटर तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य के इडुक्की, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों में 18-20 जुलाई के दौरान बेहद भारी वर्षा होने की संभावना है। असम में आई बाढ़ से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 150 से अधिक शिकार रोकथाम शिविर प्रभावित हुए हैं। हालांकि इस राष्ट्रीय उद्यान में शिकार पर लगाम लगाने के लिए अधिकारी 24 घंटे काम कर रहे हैं। कांजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है।
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Seema Sharma

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