घर वालों ने फेरा मुंह...केरल सरकार ने दिया सहारा, अब बनेगा देश का पहला ट्रांसजेंडर पायलट

punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2019 - 12:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क: किस्मत भी खूब खेल खेलती है यह कब और किसकी पलट जाए यह कोई नहीं जानता। ऐसा ही कुछ हुआ 20 वर्षीय एडम हैरी के साथ। ट्रांसजेंडर होने के कारण अपनों ने ही उससे मुंह फेर लिया था लेकिन अब केरल सरकार की मदद से वह अपना सपना पूरा करने जा रहा है। सरकार ने एडम को देश के पहले ट्रांसजेंडर एयरप्लेन पायलट बनने के लिए ट्रेनिंग देने का फैसला किया है।

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केरल सरकार के सोशल जस्‍ट‍िस डिपार्टमेंट ने हैरी की 3 साल की ट्रेनिंग के लिए 23.34 लाख रुपये स्‍वीकृत किए हैं। एडम अब बिना किसी बाधा के तिरुवनंतपुरम के राजीव गांधी एविएशन टेक्‍नोलॉजी अकैडमी में पढ़ाई करेंगे। जिसके बाद हैरी को कमर्श‍ियल पायलट लाइसेंस मिल जाएगा। दरअसल एडम हैरी के पास प्राइवेट पायलट लाइसेंस है, परिवार से बेदखल होने के बाद उन्होंने सरकारी फंडिंग के लिए आवेदन किया था, जो केरल सरकार ने मंजूर कर दिया है। 

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ट्रांसजेंडर पायलट ने कहा कि मैं इसके लिए काफी खुश हूं। मैंने प्राइवेट पायलट ट्रेंनिंग साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से ली है जो एक साल का कोर्स किया था। भारत आने के बाद जब परिवार को उसके जेंडर के बारे में पता चला और उन्होंने उसे घर में कैद कर दिया। एडम ने बताया कि परिवार और दोस्तों के ठुकराने के बाद उसने एयरलाइन पायलट बनने के बचपन के सपने के पूरा होने की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन केरला सरकार की वजह से ये मुमकिन हो पाया है।

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हैरी ने आगे बताया कि वह घर से भागकर एर्नाकुलम पहुंचा जहां पर उसे अपने ही जैसे कई ट्रांसजेंडर मिले। उसने जीविकोपार्जन के लिए एक जूस की दुकान पर काम किया। कई विमानन अकादमियों में भी पार्ट टाइम काम किया लेकिन ट्रांसजेंडर होने के कारण वे मुझे एक अच्छा वेतन देने के लिए तैयार नहीं थे। इसके बाद हैरी की कहानी मीडिया में सामने आई, जिसके बाद कल्याण विभाग से फोन आने लगे और कहा कि उसे बेहतर जिंदगी जीने के लिए सोशल जस्टिस डिपार्टमेंट का दरवाजा खटखटाना चाहिए। उसने सोशल जस्टिस डिपार्टमेंट से संपर्क किया जहां अच्छी पढ़ाई के लिए एक अच्छी एविएशन एकेडमी को ज्वाइन करने की सलाह दी गई।
 


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vasudha

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