कॉलेज में हिजाब और केसरिया शॉल पहनकर आने की अनुमति नहीं, सभी समान और भारत माता के बच्चे हैं: गृहमंत्री
punjabkesari.in Monday, Feb 07, 2022 - 02:36 PM (IST)
बेंगलुरू : कर्नाटक में पैदा हुए हिजाब विवाद मामला थमता हुआ नज़र आ नहीं आ रहा। इस बीच गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने इस मामले को बढ़ते देख कहा कि कॉलेज परिसर में हिजाब और केसरिया शॉल पहनकर आने की अनुमति नहीं है। प्रदेश सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि छात्रों को कॉलेज प्रबंधन द्वारा अनुमोदित वर्दी पहननी चाहिए। सभी को इसका पालन करना चाहिए। सभी समान और भारत माता के बच्चे हैं।
ज्ञानेंद्र ने आगे कहा कि यह संस्कृति शिक्षण संस्थानों से आनी चाहिए। छात्रों को धर्म से परे सोचना चाहिए। वर्दी समानता का प्रतीक है। मुझे संदेह है कि इन मुद्दों (उडुपी विवाद) के पीछे कुछ निहित स्वार्थ हैं। मैंने पुलिस को इस बारे में पूछताछ करने का निर्देश दिया कि इसे भड़काने में कौन शामिल है?
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कर्नाटक के कुछ कॉलेजों में हिजाब को लेकर विवाद मचा हुआ है। ऐसे कई मामले राज्य से सामने आ चुके हैं, मुस्लिम महिलाओं को कॉलेजों में हिजाब पहनकर आने पर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
बिंदूर के पीयू कॉलेज में छात्राओं को हिजाब पहनकर जाने से रोका गया था। इस दौरान करीब 300 छात्र भी केसरिया शॉल पहनकर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे थे।
Wearing a hijab & shawl (saffron) both aren't allowed into college premises. State govt has already clarified that students should wear the uniform approved by college management. Everyone should follow it. All are equal and children of Mother India: Karnataka HM Araga Jnanendra pic.twitter.com/8YUJ53M8Xs
— ANI (@ANI) February 7, 2022