दिग्विजय सिंह के ''खानदारी गद्दार'' पर ज्योतिरादित्य का पलटवार, बोले- जनता फैसला करेगी कौन है ''गद्दार''
punjabkesari.in Monday, Dec 06, 2021 - 10:03 AM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के 'गद्दार' वाले बयान पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी जमकर हमला बोला। ज्योतिरादित्य ने दिग्विजय पर पलटवार करते हुए कहा है कि इस बात का फैसला जनता करेगी कि कौन गद्दार है और कौन नहीं?
दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला करते हुए उन्हें ‘गद्दार’ बताया था।
इसके बाद सिंधिया ने दिग्विजय पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं इस स्तर पर गिरना नहीं चाहता..जो लोग ओसामा को ओसामा जी और सत्ता में आने पर धारा 370 को पुनः लागू करने की बात करते हैं...फैसला जनता करेगी कि कौन गद्दार है और कौन नहीं?
I don't want to fall to that level... Ppl who called Osama as 'Osama Ji' & say that they’ll restore Art 370 when they come to power…public will decide as to who is a traitor, who isn’t: Jyotiraditya Scindia over reports of Congress leader Digvijaya Singh calling him a “traitor” pic.twitter.com/yfuGNIa4uz
— ANI (@ANI) December 6, 2021
एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पे गद्दारी करती है
बता दें कि कांग्रेस नेता दिग्विजय ने शनिवार को गुना जिले के मधुसूदनगढ़ इलाके के रघुनाथ गांव और विदिशा जिले के मुंडेला गांव में सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में (वर्ष 2018 में हुए चुनाव में) कांग्रेस की सरकार तो बन गई थी। सिंधिया जी चले गए छोड़कर और 25-25 करोड़ रुपए ले गए एक-एक विधायक का। अरे कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गए। इसका मैं क्या करूं। किसने सोचा था। जनता ने तो कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी। उन्होंने आगे कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है। एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पे गद्दारी करती है।
जब सिंधिया कांग्रेस पार्टी में थे तब दिग्विजय उनके आगे-पीछे घूमा करते थे
वहीं इस बीच मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने इस पर कहा कि आज दिग्विजय को सिंधिया में तमाम प्रकार की बुराइयां एवं दोष नजर आते हैं। जब सिंधिया कांग्रेस पार्टी में थे तब वह उनके आगे-पीछे घूमा करते थे और उनकी तारीफें किया करते थे। मुझे दिग्विजय की सोच पर तरस आता है।