जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री के साथ वार्ता की, सीमा पर शांति और द्विपक्षीय संबंधों पर हुई चर्चा
punjabkesari.in Thursday, May 04, 2023 - 08:54 PM (IST)
नेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को चीन के विदेश मंत्री छिन कांग के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और अपने चीनी समकक्ष को पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद सुलझाने और द्विपक्षीय संबंधों का विकास के लिए सीमा क्षेत्रों में अमन एवं शांति सुनिश्चित किये जाने के महत्व के बारे में बताया। यह बैठक संघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) की बैठक से इतर तटीय रिसॉर्ट में हुई।
"A detailed discussion with State Councillor and FM Qin Gang of China on our bilateral relationship. Focus remains on resolving outstanding issues and ensuring peace and tranquillity in the border areas. Also discussed SCO, G20 and BRICS," tweets EAM Dr S Jaishankar
— ANI (@ANI) May 4, 2023
(Pics: EAM) pic.twitter.com/6XktjUppti
विदेश मंत्री जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि लंबित मुद्दों के समाधान और सीमा क्षेत्रों में अमन एवं शामि सुनिश्चित करने पर ध्यान रहा। उन्होंने कहा, ‘‘ चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री छिन कांग के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा हुई । लंबित मुद्दों के समाधान और सीमा क्षेत्रों में अमन एवं शामि सुनिश्चित करने पर ध्यान रहा।'' जयशंकर ने कहा कि एससीओ, जी20 और ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा हुई । जयशंकर और कांग के बीच पिछले दो महीनों में यह दूसरी मुलाकात है।
पूर्वी लद्दाख गतिरोध के बाद दोनों देशों के बीच संबंध ‘असामान्य'
चीनी विदेश मंत्री मार्च महीने में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने आए थे। इस बैठक से इतर जयशंकर ने कांग के साथ बातचीत की थी जिसमें उन्होंने अपने चीनी समकक्ष को बताया था कि पूर्वी लद्दाख गतिरोध के लम्बा खींचने के कारण दोनों देशों के बीच संबंध ‘असामान्य' हैं। भारत ने पिछले सप्ताह एससीओ रक्षा मंत्री स्तरीय बैठक की मेजबानी की थी। भारत, रूस, चीन और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अन्य सदस्य देशों ने शुक्रवार को नयी दिल्ली द्वारा आयोजित इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और उससे संबंधित मुद्दों पर चर्चा की थी।
राजनाथ सिंह की चीन को दो टूक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष ली शांगफू से मुलाकात में उन्हें स्पष्ट संदेश देते हुए कहा था कि मौजूदा सीमा समझौतों का चीन द्वारा उल्लंघन करने से दोनों देशों के बीच संबंधों की संपूर्ण बुनियाद को नुकसान पहुंचा है और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सभी मुद्दों का समाधान मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों के अनुरूप निकाला जाना चाहिए। पूर्वी लद्दाख में पांच मई, 2020 को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद वहां गतिरोध शुरू हुआ था।
इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर की कई दौर की वार्ता के परिणामस्वरूप, दोनों पक्षों ने पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण किनारे तथा गोगरा क्षेत्र से अपने-अपने सैनिक पीछे हटाए थे। हालांकि, कुछ मुद्दे अभी भी शेष हैं। पूर्वी लद्दाख के शेष विवादित मुद्दों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 18 दौर की वार्ता हो चुकी है।