दिल्ली में आतंकी हमलों की साजिश रच रहा था जैश, NSA डोभाल के ऑफिस की भी करवाई रेकी

punjabkesari.in Monday, Feb 15, 2021 - 12:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के कार्यालय का वीडियो बनाने वाले एक आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद यह पता चला है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद दिल्ली में हमले की साजिश रच रहा है। DGP सिंह ने यह खुलासा भी किया कि कश्मीर में आतंकवादियों ने बिहार से हथियारों की खरीद शुरू कर दी है और कश्मीर के कुछ छात्र जो पढ़ाई के लिए पंजाब में रहते हैं, उनके जरिए घाटी में अवैध हथियारों की तस्करी की जा रही है। 

 

J&K पुलिस ने अरेस्ट किए दो आतंकी
DGP ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-मुस्तफा (LEM) के आतंकवादी हिदायतुल्ला मलिक और रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकवादी जहूर अहमद राथर की गिरफ्तारी के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये खुलासे किए। मलिक को जम्मू जिले के कुंजवानी से 6 फरवरी को अनंतनाग पुलिस ने गिरफ्तार किया था। राथर को सांबा जिले के ब्रह्माना इलाके से 13 फरवरी को पकड़ा गया था। सिंह ने बताया कि LEM और TRF पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद तथा लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन हैं जिनका उद्देश्य अपनी आतंकवादी गतिविधियों को ‘कश्मीरी नाम' देना है। उन्होंने कहा कि पिछले साल अगस्त में गठित LEM की अगुवाई मलिक कर रहा है, वह लंबे समय से सक्रिय आतंकवादी है। वह जैश के लिए काम करता रहा है और उस आतंकवादी संगठन के कहने पर ही उसने यह संगठन बनाया। 

 

जैश कमांडर आशिक नेंगरू का करीबी थी मलिक
सिंह ने बताया कि मलिक जम्मू में ठिकाना बनाने की साजिश रच रहा था ताकि क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को संचालित कर सके, वे हथियार एवं गोलाबारूद हासिल कर सकें, जिन्हें सीमा पर भूमिगत सुरंगों के जरिए पाकिस्तान से तस्करी करके लाया गया या ड्रोन के जरिए गिराया गया, जहां से इन्हें तस्करी के जरिए कश्मीर ले जाया जाता। सिंह ने कहा कि जैश 2018 में विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहा है। उन्होंने बताया कि मलिक से पूछताछ में पता चला कि वह जैश के कमांडर आशिक नेंगरू का करीबी है। नेंगरू अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भूमिगत सुरंग के जरिए अपने परिवार समेत पड़ोसी देश भाग गया था, हालांकि इससे पहले वह पाकिस्तान से जम्मू आने वाले हथियारों की खेप लेता था। 

 

दिल्ली में आतंकी हमले की थी साजिश
डीजीपी ने बताया कि मलिक नेंगरू के आदेश पर ही दिल्ली गया था और उसने NSA कार्यालय की रेकी करने के बाद उसे वह वीडियो भेजा था। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि जैश दिल्ली में भी हमले की साजिश रच रहा था। उन्होंने कहा कि मलिक की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है और इससे आतंकवादी समूह की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। डीजीपी ने कहा कि मलिक बीते नवंबर में एक बैंक के नगदी ले जाने वाले वाहन से 60 लाख रुपए की लूट की घटना में भी लिप्त था। उन्होंने बताया कि इसका खुलासा उसकी पत्नी समेत लूट में शामिल उसके चार साथियों की गिरफ्तारी के बाद हुआ था। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि 2002 में पाकिस्तान जाने से पहले वह सक्रिय आतंकवादी था। वहां उसने हथियारों का प्रशिक्षण लिया और फिर राजौरी के रास्ते पांच विदेशी आतंकवादियों के साथ लौटा। उन्होंने कहा कि हालांकि, उसने 2006 में आत्मसमर्पण कर दिया और 2019 में गतिविधियां फिर शुरू करने से पहले वर्षों तक निष्क्रिय बना रहा।


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Content Writer

Seema Sharma

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