तिरंगे की ताकत: यूक्रेन में भारतीय छात्रों की ‘ढाल’ बना भारत का झंडा, रूसी-यूक्रेनी सैनिक देखते ही रोक दे रहे गोलीबारी
punjabkesari.in Wednesday, Mar 02, 2022 - 11:36 AM (IST)
नेशनल डेस्क: विदेश में भारत के तिरंगे की ताकत क्या है, यह युद्धग्रस्त यूक्रेन से स्वदेश लौटे छात्र-छात्राओं की बातों से पता लगा है। यूक्रेन से मंगलवार को स्वदेश पहुंची हरियाणा के पानीपत शहर की लतीफ गाडर्न कालोनी निवासी और एमबीबीएस छात्रा पुनीता ख़रब ने बताया कि रूस और यूक्रेन की सेनाएं तिरंगा लगे वाहनों को युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित निकलने दे रहीं हैं। स्वदेश लौटने पर पुनीता ने और उसके परिजनों राहत की सांस ली है। उसने बताया कि यूक्रेन के हालात भयावह हैं लेकिन एक बात राहत देने वाली है कि वहां भारत के तिरंगे झंडे को देखकर उन्हें यूक्रेन और रूस के सैनिकों नहीं रोका और सुरक्षित जाने दिया। ऐसी कई वीडियो सामने आ रही हैं, जिसमें तिरंगा लगी गाड़ी देख यूक्रेनी व रूसी सैनिक गोलीबारी रोक दे रहे हैं।
पुनीता ने घर वापसी के लिए राज्य व केन्द्र सरकारों का शुक्रिया अदा किया है। परिवार और कालोनी के लोग उनके घर पहुंच कर पुनीता और यूक्रेन का हाल जान रहे हैं। पुनीता के अनुसार यूक्रेन में सीमा पर बच्चों को बहुत दिक्कत आ रहीं हैं लेकिन सीमा पार करने पर भारतीय समाज के लोगों और दूतावाद छात्रों की मदद कर रहे हैं। यहां पहुंचने पर हवाईअड्डे पर पुनीता और अन्य छात्रों ने इस समस्या को लेकर केंद्र सरकार को अवगत कराया है। पुनीता ने बताया कि घर सुरक्षित पहुंचने की खुशी जरूर है लेकिन उससे ज्यादा वह उन बच्चों को लेकर है जो अभी भी यूक्रेन या सीमा पर फंसे हुए हैं। पुनीता आज केंद्र सरकार के प्रयासों से एयर इंडिया की फ्लाइट में वह 150 छात्रों के साथ दिल्ली पहुंची। पुनीता गत पांच दिनों से दिन-रात सो भी नहीं सकीं हैं।
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