बांग्लादेश युद्ध में इंदिरा गांधी का योगदान सही, अधीर रंजन ने ओम बिरला को पत्र लिखकर रखी ये मांग

punjabkesari.in Sunday, Dec 19, 2021 - 08:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने स्पीकर ओम बिरला को रविवार को पत्र लिखकर बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को सही ऐतहासिक परिप्रेक्ष्य में रखने को कहा। चौधरी का यह पत्र बृहस्पतिवार को विजय दिवस उत्सव के दौरान पीठासीन अधिकारियों और सरकार द्वारा इंदिरा गांधी का उल्लेख नहीं करने पर विपक्षी पार्टी द्वारा नाराजगी जताए जाने के बाद आया है।

वर्ष 1971 में बांग्लादेश की आजादी की 50वीं सालगिरह के अवसर पर 16 दिसंबर को बिरला के बयान का संदर्भ देते हुए चौधरी ने स्पीकर को याद दिलाया कि विजय दिवस इंदिरा गांधी के साहसिक और निर्णायक फैसले की वजह से है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उनमें साहस और दृढ़ विश्वास था और यह उनका नेतृत्व था जब हमारे देश ने मुक्ति वाहिनी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पाकिस्तान को करारी मात दी और बांग्लादेश को आजाद कराने में मदद की।'' चौधरी ने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने विपक्ष में रहने के बावजूद इंदिरा गांधी की प्रशंसा की थी और उन्हें 1971 की बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई के बाद ‘दुर्गा' का अवतार बताया था।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत पुरानी सभ्यता है लेकिन नया देश है। देश की अधिकतर आबादी युवा है और वह वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की सच्चाई जानने की हकदार है।'' कांग्रेस नेता ने कहा कि उनके पास बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई को लेकर कई लोगों से सवाल आए हैं क्योंकि स्पीकर ने अपने संदेश में इस लड़ाई के दौरान हमारे सशस्त्र बलों की वीरता और सर्वोच्च बलिदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘सच्चाई है कि हमने जाति, समूह, धर्म और राजनीतिक विचारधारा से परे होकर राष्ट्र के तौर पर लड़ा। यह जीत किसी व्यक्ति या समूह या राजनीतिक पार्टी की नहीं थी। यह देश की जीत थी।

हम भारत के लोग विजेता बनकर उभरे। इसलिए बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई का श्रेय हर उस व्यक्ति को बिना नाम हटाए दिया जाना चाहिए जिन्होंने अहम भूमिका निभाई।'' चौधरी ने स्पीकर से कहा, ‘‘इसलिए मैं आह्वान करता हूं कि जब भी वर्ष 1971 की बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई का उल्लेख किया जाए, हमारी दिवंगत प्रधानमंत्री श्री इंदिरा गांधी के महान योगदान को भी सही ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में रखा जाए।'' उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने विजय दिवस समारोह में इंदिरा गांधी का उल्लेख नहीं किए जाने पर सरकार की आलोचना की थी।

 


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Content Editor

rajesh kumar

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