कोरोना के सभी प्रमुख वेरिएंट्स के खिलाफ असरदार है भारत की वार्म वैक्सीन

punjabkesari.in Saturday, Jul 17, 2021 - 11:23 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट्स ने सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। अल्फा, बीटा, डेल्टा, लैम्ब्डा समेत कोरोना के अन्य वेरिएंट्स के सामने आने के बाद वैज्ञानिक चिंता में पड़ गए हैं। इसी बीच भारत में एक वार्म वैक्सीन विकसित की गई है जो कोरोना वायरस के सभी प्रमुख वेरिएंट्स के खिलाफ असरदार है। 'वार्म' वैक्सीन फॉर्मूलेशन का निर्माण बायोटेक फर्म Mynvax के साथ संयुक्त रूप से काम कर रहे भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के वैज्ञानिकों ने किया है। बताया जा रहा है कि वार्म वैक्सीन कोरोना के सभी प्रमुख वेरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी है।

जानवरों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु द्वारा विकसित एक गर्म-सहनशील कोरोना वैक्सीन फॉर्मूलेशन, कोरोना के सभी चिंताजनक वैरिएंट्स (जैसे- अल्फा, बीटा, कप्पा, डेल्टा) के खिलाफ प्रभावी है। गुरुवार को एसीएस इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित इस शोध से यह बात सामने आई है कि आईआईएससी-इनक्यूबेटेड बायोटेक स्टार्ट-अप मायनवैक्स (Mynvax) द्वारा वैक्सीन फॉर्मूले ने चूहों में एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित की है। यह वैक्सीन शरीर में जाने के बाद एंटबॉडी का निर्माण करती है। यह एंटीबॉडी शरीर में अटैक करने वाले कोरोना के हर वेरिएंट पर असरदार है। अर्थात यह उसके प्रभाव को कम कर सकती है।

किस तरह वार्म वैक्सीन को कर सकते हैं स्टोर

वार्म वैक्सीन को 37 डिग्री सेंटीग्रेड पर एक महीने तक स्थायी रखा जा सकता है, वहीं 100 डिग्री सेंटीग्रेड पर 90 मिनट तक इसे रखा जा सकता है। यही कारण है कि इस फॉर्मूलेशन को वार्म वैक्सीन का नाम दिया गया है।

 

 


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Content Editor

Hitesh

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