भारतीय सेना ने मार गिराया पाकिस्‍तान का क्‍वाडकॉप्‍टर, आतंकियों की मदद के लिए घुसा था बॉर्डर पर

punjabkesari.in Saturday, Oct 24, 2020 - 01:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हर बार भारत से मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है। वह सीमा पर आतंकवाद को मजबूत करने की पुरजोर कोशिश में लगा हुआ है, हालांकि हर बार भारतीय सेना उसके मंसूबे को नाकाम कर दे देती है। अब इस बार पाकिस्तान ने क्‍वाडकॉप्‍टर के सहारे जम्‍मू कश्‍मीर के केरन सेक्‍टर में घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसे जवानों ने मार गिराया। 

 

आतंकियों को हथियार पहुंचाने का हो रहा प्रयास 
खबरों की मानें तो सेना ने जिस क्‍वाडकॉप्‍टर को मार गिराया है व​ह पाकिस्‍तानी सेना के स्‍पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) का हिस्‍सा है। इसे चीन की कंपनी DJI Mavic 2 Pro ने बनाया था। यह अनमैंड एरियल व्‍हीकल (UAV) या ड्रोन होता है। इसका मकसद आतंकियों को हथियार और जरूरी सामान पहुंचाना और भारतीय क्षेत्र की जासूसी करना होता है। बता दें कि पहले भी पाकिस्‍तान इस तरह के ड्रोन का इस्‍तेमाल एलओसी पर करता रहा है। 

 

कुछ दिन पहले भी ऐसी घटना आई थी सामने 
कुछ दिन पहले भी आईबी ने जम्मू कश्मीर में ड्रोन के माध्यम से भेजे गए हथियारों को बरामद किया। 14 सितंबर को गुरेज सेक्टर में चीनी हथियार बरामद हुए थे, जिसके कुछ दिन बाद राजौरी में दो आतंकियों को हथियारों के साथ पकड़ा गया। उन्हें सीमा पार से हथियार की सप्लाई मिली थी। ड्रोन से इस तरफ हथियार फेंके गए थे, जिसे लेकर आगे वह कश्मीर की तरफ जा रहे थे। 

 

 इस साल 3800 बार हुआ संघर्ष विराम का उल्लंघन
वहीं विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी सैनिकों ने इस साल जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बिना किसी उकसावे के 3800 से ज्यादा बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और ड्रोन के जरिए हथियारों, मादक पदार्थों की तस्करी को बढ़ावा दिया। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने लगातार बिना किसी उकसावे के गोलीबारी कर संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन किया और असैन्य इलाकों को भी निशाना बनाया। इसके साथ ही उसने एलओसी पार से आतंकियों को घुसपैठ कराने का भी प्रयास किया। 


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vasudha

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