CDS बिपिन रावत के सख्त रवैये से दुश्मन देशों को भी होती थी तकलीफ- चीन को बताया था भारत का दुश्मन नंबर 1

punjabkesari.in Wednesday, Dec 08, 2021 - 08:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  CDS प्रमुख जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 सेना अधिकारियों की आज मृत्यु हो गई है। बता दें कि सभी भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर MI-17V5 में सवार थे। पहाड़ी नीलगिरी जिले में कुन्नूर के पास कटेरी-नंचप्पनचत्रम इलाके में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे वायुसेना में सवाल सभी लोग मारे गए। 


जानकारी के मुताबिक, घने कोहरे के बाद कम दृश्यता के कारण कथित तौर पर वन क्षेत्र में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलूर से वेलिंगटन के डिफेंस स्टाफ कॉलेज की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के साथ एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे।


जानकारी के लिए बता दें कि जनरल रावत पहली जनवरी 2020 को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किए गए थे जनरल रावत CDS बनने से पहले सेना प्रमुख के अलावा कई अन्य अहम पदों पर रह चुके है।  

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चीन को भारत का दुश्मन नंबर 1 कहते थे जनरल रावत

बता दें कि जनरल रावत  चीन को भारत का दुश्मन नंबर 1 कहते थे और पाकिस्तान को दुष्ट राष्ट्र। चीन को लेकर अकसर रावत का बयान सामने आता रहता था। पिछले महीने ही उन्होनें एक ऐसा बयान दिया था जिससे चीन काफी बौखला गया था।


दरअसल, 13 नवंबर 2021 को CDS बिपिन रावत ने अपने एक बयान में कहा था कि भारत की सिक्योरिटी के लिए चीन सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। पिछले साल चीन से लगे सीमावर्ती इलाकों में लाखों जवानों और हथियारों की तैनाती की गई थी। उनका जल्द बेस की तरफ लौटना मुश्किल लगता है। भारत और चीन के बीच 13 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन आपसी भरोसे की कमी की वजह से सीमा विवाद सुलझ नहीं पा रहा है।
 

वहीं रावत के इस बायन को चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने इसे उकसावे भरा, गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक बताया था। उन्होंने कहा था कि ऐसे बयानों से जियो-पॉलिटिकल टकराव को बढ़ावा मिल सकता है। भारतीय अधिकारी बिना किसी कारण के चीनी खतरे पर अटकलें लगाते रहते हैं, जो दोनों देशों की ऑफिशियल पॉलिसी के खिलाफ है।


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आईए डालते है बिपिन रावत के मुख्य बयान पर एक नज़र-

-15 अप्रैल 2021 को CDS बिपिन रावत ने रायसीना डायलॉग में कहा था कि  चीन चाहता है 'माय वे ऑर नो वे'। भारत उसके सामने मजबूती से खड़ा है। हमने साबित किया है कि किसी भी तरह का दबाव डालकर हमें पीछे नहीं धकेला जा सकता।
 

-जनवरी 2018 में सेना प्रमुख रहते हुए जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि  चीन अगर मजबूत है, तो भारत भी अब कमजोर नहीं रहा। भारत अपनी सीमा पर किसी भी देश को अतिक्रमण नहीं करने देगा। अब हालात 1962 जैसे नहीं हैं। हर क्षेत्र में भारतीय सेना की ताकत बढ़ी है।
 

- डोकलाम स्टैंड ऑफ के एक हफ्ते बाद सितंबर 2017 में सेना प्रमुख रहते हुए जनरल बिपिन रावत ने अपने एक बयान में कहा था कि भारत को चीन और पाकिस्तान के साथ दो मोर्चों पर युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। 
 


 


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Content Writer

Anu Malhotra

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