विजयदशमी पर भारत को मिला सबसे बड़ा वायुरक्षक राफेल, शस्त्र पूजा के बाद रक्षामंत्री ने भरी उड़ान
punjabkesari.in Tuesday, Oct 08, 2019 - 08:23 PM (IST)
नेशनल डेस्कः फ्रांस का चर्चित लडाकू विमान राफेल मंगलवार को भारत को मिल गया । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस विमान में उड़ान भरकर नया इतिहास रच दिया। राजनाथ सिंह मेरिनेक वायु सेना अड्डे पर इस विमान का पारंपरिक तरीके से पूजा करने के बाद इस पर सवार हुए और दासौ कम्पनी के चीफ पायलट ने इस विमान को उड़ाया। राजनाथ सिंह पायलट की पिछली सीट पर बैठे और उन्होंने वहां से हाथ हिलाकर इस ऐतिहासिक क्षण को रेखांकित किया।
रक्षा मंत्री ने आधे घंटे तक इस लडाकू विमान में उड़ान भरी। विमान ने जैसे ही टेक ऑफ किया तो इसकी गर्जना से आसमान गूंज उठा। हवाई अड्डे पर खड़े भारत और फ्रांस के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के अलावा पत्रकारों ने भी राजनाथ सिंह को उड़ान भरते देखा और इस ऐतिहासिक क्षण के सभी साक्षी बने।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल लड़ाकू विमान की की विधिवत शस्त्र पूजा भी की। उन्होंने राफेल जेट पर 'ऊं' लिखा। आपको बता दें कि भारत को मिले पहले राफेल जेट का नाम वायुसेना प्रमुख राकेश भदौरिया के नाम पर RB 001 रखा गया है। बता दें कि फ्रांस राफेल की पहली खेप में 36 ऐसे कॉम्बैट एयरक्राफ्ट देश को देगा। यह विमान ट्विन सीट वाला ट्रेनर है। हालांकि, ट्रेनर से यह मतलब नहीं कि यह सिर्फ ट्रेनिंग के काम में लाया जाएगा।
भारत ने 59000 करोड़ रुपए में खरीदे 36 राफेल
भारत ने करीब 59000 करोड़ रुपए मूल्य पर 36 राफेल लड़ाकू जेट विमान खरीदने के लिए सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ अंतर-सरकारी समझौता किया था। सूत्रों ने बताया कि विमान का पहला स्क्वाड्रन अंबाला वायुसेना स्टेशन पर तैनात किया जाएगा जो भारतीय वायुसेना के सामरिक रूप से अति महत्वपूर्ण अड्डों में एक समझा जाता है। यह अड्डा भारत पाक सीमा से करीब 220 किलोमीटर दूर है। राफेल का दूसरा स्क्वाड्रन पश्चिम बंगाल में हाशिमारा अड्डे पर तैनात किया जाएगा।
#WATCH Mérignac(France): #Rafale jet carrying Defence Minister Rajnath Singh takes off for a sortie. It is being flown by Philippe Duchateau, head test pilot of Dassualt Aviation. pic.twitter.com/i99hZmB7aF
— ANI (@ANI) October 8, 2019
राफेल की खूबियां
- राफेल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है और इसकी फ्यूल कैपेसिटी तकरीबन 17 हजार किलोग्राम है।
- राफेल 2,223 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। यह हर तरह के मौसम में काम करने में सक्षम है इसलिए इस विमान को मल्टिरोल फाइटर एयरक्राफ्ट के नाम से भी जाना जाता है।
- राफेल की मारक क्षमता 3700 किलोमीटर है, इसकी स्काल्प की रेंज तकरीबन 300 किलोमीटर है। स्काल्प एक खास प्रकार की मिसाइल है जो जमीन से हवा में मार कर सकने में सक्षम है।
- राफेल फाइटर प्लेन एंटी शिप अटैक से लेकर परमाणु अटैक, क्लोज एयर सपॉर्ट और लेडर डायरेक्ट लॉंग रेंज मिसाइल अटैक में भी अग्रणी है। ये क्षमताएं इस विमान को और भी ज्यादा खतरनाक बनाती है।
- राफेल एक साथ 24,500 किलोमीटर तक का वजन लादकर 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान लगातार भर सकता है।
भारत को मिलने वाले राफेल में होंगे ये बदलाव
- इसमें इजरायली हेलमेंट माउंटेड डिस्प्ले
- राडार वार्निंग रिसीवर्स
- लो बैंड जैमर्स
- 10 घंटे का फ्लाउट डेटा रिकार्डिंग सिस्टम सहित इन्फ्रा रेड सर्च ट्रैकिंग सिस्टम लगाया जाएगा।