स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर भारत प्रदर्शित करेगा तेजस मार्क-2
punjabkesari.in Friday, Aug 23, 2019 - 01:26 PM (IST)
नेशनल डेस्कः भारत स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस मार्क-2 दुनिया के सामने प्रदर्शित करेगा। लंबे समय से इस स्वदेशी युद्धक विमान की प्रतिक्षा की जा रही थी। यह मौजूदा तेजस से हथियारों और इंजन के मामले में काफी बेहतर होगा। भारत सरकार के स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (HAL) द्वारा इसका उत्पादन 2025-2026 को शुरू किए जाने की संभावना है।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की वैमानिक विकास एजेंसी (ADA) ने दिसंबर, 2018 को 17.5 टन वजनी तेजस मार्क-2 के डिजाइन को अंतिम रूप दिया था और संभावना है कि वायु सेना के लिए पांचवी पीढ़ी के दो इंजनों वाले लड़ाकू विमान के डिजाइन को भी इस साल के अंत तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
मिराज, जगुआर और ग्रिफन से दमदार होगा मार्क-2 का इंजन
ADA अधिकारियों के अनुसार, तेजस मार्क-2 का वजन मिराज, जगुआर और ग्रिफन जितना ही है। लेकिन इसका इंजन GE 414 इनसे ज्यादा शक्तिशाली है। 4.5 पीढ़ी के तेजस मार्क-2 के उत्पादन से पहले Tejas LCA (लाइट वेट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट) के 123 विमानों का उत्पादन किया जाना है, ताकि वायु सेना के पुराने पड़ चुके मिग-21 के बेड़े का स्थान ले सकें। LCA तेजस का वजन करीब 11 टन है।
तेजस मार्क-2 को मिल गई थी 2009 में मंजूरी
तेजस मार्क-2 के विकास और उत्पादन की योजना 2009 में 2,431 करोड़ रुपये की लागत से मंजूर की गई थी। तेजस मार्क-2 अत्याधुनिक रडार AESA से लैस होगा। साथ ही मार्क-2 में हवा से हवा में मार करने वाली स्वदेशी मिसाइल अस्त्र भी लगी होगी जो 70 किलोमीटर दूर मार करने में सक्षम है। फिलहाल दृश्य से परे (The beyond visual range) मिसाइल का परीक्षण वायु सेना के Su-30 MKI लड़ाकू विमानों में किया जा रहा है। ADA भारतीय वायु सेना की जरूरत के हिसाब से एडवांस मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (AMCA) को विकसित करने में जुटी है। 25 टन वजनी इस लड़ाकू विमान के निचले हिस्से के बीच में सभी हथियार होंगे और इसे दो इंजन ताकत देंगे। इसमें स्टेल्थ फीचर भी होगा जिसकी वजह से यह रड़ार की पकड़ में नहीं आएगा।
डीआरडीओ के अधिकारियों के मुताबिक AMCA के डिजाइन को वर्ष 2014 में मंजूरी मिल गई थी। लेकिन भारतीय वायु सेना ने गत वर्ष ही इस योजना पर अपनी मुहर लगाई है। दो इंजनों वाले इस युद्धक विमान का उत्पादन भी HAL करेगा।