भारतीय अधिकारी लापता मामले में भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग को किया तलब, मांगा जवाब
punjabkesari.in Monday, Jun 15, 2020 - 06:54 PM (IST)
नई दिल्लीः भारत ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रभारी राजदूत को समन कर इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों को कथित तौर पर गिरफ्तार किए जाने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। पाकिस्तान के मीडिया ने खबर दी कि सोमवार की सुबह से लापता दो भारतीय कर्मचारियों को पाकिस्तान के अधिकारियों ने ‘‘टक्कर मारकर भागने'' में कथित तौर पर संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान मिशन के प्रभारी को विदेश मंत्रालय ने समन किया और दो भारतीय अधिकारियों की गिरफ्तारी की खबर पर उन्हें आपत्ति पत्र जारी किया गया। उन्होंने कहा कि आपत्ति पत्र में पाकिस्तान मिशन के प्रभारी को यह स्पष्ट कर दिया गया कि भारतीय अधिकारियों से पूछताछ नहीं होनी चाहिए या उनका उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह पाकिस्तानी अधिकारियों पर है।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष से कहा गया कि दोनों अधिकारियों को उनकी सरकारी कार के साथ अविलंब उच्चायोग में वापस किया जाए। इस्लामाबाद में सुबह दो अधिकारी लापता हो गए जिसके बाद भारत ने मामले को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया। सूत्रों ने बताया कि दोनों अधिकारी सुबह साढ़े आठ बजे आधिकारिक कार्य के लिए एक वाहन में उच्चायोग से बाहर गए थे लेकिन वे अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचे। भारत द्वारा पाकिस्तान उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में निलंबित किए जाने के दो सप्ताह बाद यह घटना हुई है।
#WATCH - Pakistan's Charge d'affaires to India arrives at MEA on being summoned by the Ministry, after two Indian officials working with Indian High Commission in Islamabad (Pakistan) went missing. #Delhi pic.twitter.com/RxilI9kz4t
— ANI (@ANI) June 15, 2020
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों आबिद हुसैन और मोहम्मद ताहिर को दिल्ली पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वे रुपयों के बदले एक भारतीय नागरिक से भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठानों से संबंधित संवेदनशील दस्तावेज हासिल कर रहे थे। इसके बाद भारत ने हुसैन और ताहिर को ‘अवांछित' करार दिया था। उनके निष्कासन के बाद पाकिस्तान की एजेंसियों ने इस्लामाबाद में मिशन प्रभारी गौरव अहलुवालिया सहित भारतीय उच्चायोग के कई अधिकारियों का उत्पीड़न करना शुरू कर दिया।
पाकिस्तानी एजेंसियों ने दो मौकों पर उग्र रूप से अहलुवालिया की कार का पीछा किया जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी। दो पाकिस्तानी अधिकारियों को निष्कासित किए जाने के बाद पाकिस्तान की तरफ से भी बदले की कार्रवाई करने का अंदेशा था क्योंकि वह पहले भी ऐसा कर चुका है। पिछले वर्ष अगस्त में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारतीय राजदूत को निष्कासित कर राजनयिक रिश्तों को कमतर किया था।