Republic Day: राजपथ पर राष्ट्रगान के साथ परेड का समापन, दुनिया ने देखा भारत का दम

punjabkesari.in Sunday, Jan 26, 2020 - 12:14 PM (IST)

नई दिल्लीः  भारत के 71 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष समारोह का समापन हो गया है। राजपथ पर देश की बढ़ती हुई सैन्य शक्ति, बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक-आर्थिक प्रगति का भव्य प्रदर्शन देखा गया।  गणतंत्र दिवस परेड समारोह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट के समीप स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक पर जाकर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति की बजाय राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। परंपरा के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया जिसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्र गान की धुन बजाई गई।  राष्ट्रपति द्वारा सलामी लेने के बाद परेड की शुरुआत हुई। 

परेड की कमान परेड कमांडर दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री के हाथों में रही। परेड में पहला दस्ता सेना की 61वीं घुड़सवार टुकड़ी का रहा। छह टुकड़ियों को मिलाकर एक अगस्त 1953 को स्थापित यह टुकड़ी विश्व की एकमात्र सक्रिय सैन्य घुड़सवार टुकड़ी है। भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 61वीं घुड़सवार टुकड़ी का दस्ता, आठ मैकेनाइज्ड दस्ते, छह पैदल दस्ते तथा रूद्र और फ्लाई पास्ट करते ध्रुव उन्नत हल्के हेलीकाप्टर नं किया। भारतीय सेना के स्वदेश में निर्मित मुख्य युद्धक टैंक टी-90 भीष्म, इन्फैंट्री युद्धक वाहन “बॉलवे मशीन पिकाटे”, के-9 वज्र और धनुष तोपें, चलित उपग्रह टर्मिनल और आकाश मिसाइल प्रणाली मैकेनाइज्ड दस्ते का मुख्य आकर्षण बने। 

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पैदल मार्च करने वाले दस्तों में भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट, ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट, सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट, कुमाऊँ रेजिमेंट और सिग्नल कोर के दस्ते सम्मिलित हुए। भारतीय नौसेना के दस्ते में 144 जवान शामिल रहे जिनकी कमान लेफ्टिनेंट जितिन मलकट के हाथ में रही। इसके बाद नौसेना की झांकी प्रदर्शित होगी जिसका शीर्षक होगा “भारतीय नौसेना- शांत, शक्तिशाली और तीव्र।”

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भारतीय वायुसेना के दस्ते में वायुसेना के 144 जवान रहे जिसकी कमान फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रीकांत शर्मा के हाथ में रही। वायुसेना की झांकी में राफेल और तेजस युद्धक विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर, आकाश मिसाइल प्रणाली और अस्त्र मिसाइल के मॉडल प्रदर्शित किए गए। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के दस्ते में उपग्रह भेदी हथियार ‘मिशन शक्ति' का प्रदर्शन किया गया। भारत का पहला उपग्रह भेदी अभियान मिशन शक्ति, विरोधी उपग्रहों को मार गिराने की भारत की क्षमता का प्रदर्शन करता है। 
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बता दें कि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता को 16 झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की छह झांकियों में “स्टार्ट अप इंडिया” और “जल जीवन मिशन” जैसी सरकारी योजनाओं का प्रदर्शन किया गया। इस साल परेड में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की महिला मोटरसाइकिल चालक दस्ता ने चुनौतीपूर्ण करतब दिखाया। दस्ते की कमान निरीक्षक सीमा नाग के हाथ में रही जिन्होंने चलती हुई मोटरसाइकिल के ऊपर खड़ी होकर सलामी दी। 

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परेड के अंतिम चरण में बहुप्रतीक्षित फ्लाई पास्ट होगा जिसमें तीन उन्नत हल्के हेलीकाप्टर “त्रिशूल” फार्मेशन में उड़ते दिखाई दिया। ऐसा पहली बार हैजब गणतंत्र दिवस परेड में सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंग एक साथ “ट्राई सर्विस” फार्मेशन में दिखे। इसके बाद चिनूक हेलीकाप्टर “विक” फार्मेशन में उड़ते दिखाई दि। परेड में अपाचे हेलीकाप्टर, डोर्नियर विमान और सी-130 जे सुपर हरक्यूलीज विमान भी दिखाई देंगे। पांच जगुआर विमान और पांच मिग-29 विमान “एरोहेड” फार्मेशन में वायुसेना के पराक्रम का प्रदर्शन किया। परेड का समापन सुखोई-30 एमकेआई जेट विमानों के हवाई करतब से हुआ। 


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Pardeep

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