भारत-चीन तनाव के बीच नियंत्रण रेखा पर सक्रिय हुआ पाकिस्तान

punjabkesari.in Thursday, Jun 11, 2020 - 12:48 PM (IST)

जम्मू(बलराम, धनुज): लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एल.ए.सी.) पर भारत और चीन के बीच पैदा हुए तनाव का फायदा उठाने के मकसद से पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. ने पुंछ व राजौरी जिलों से सटी भारत-पाक नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) पर अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। आई.एस.आई. की सोच है कि इन दिनों जब भारत सरकार और भारतीय सेना के उच्चाधिकारियों का ध्यान चीन से सीमा विवाद सुलझाने पर केंद्रित है तो स्थिति का लाभ उठाते हुए भारतीय क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों की घुसपैठ करवाई जाए और जम्मू संभाग के मुस्लिम बहुल जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, किश्तवाड़ एवं रामबन में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए। 

PunjabKesari

सूत्रों के मुताबिक आई.एस.आई. के उच्चाधिकारियों द्वारा पिछले 10 दिनों के दौरान नियंत्रण रेखा के उस पार पाक अधिकृत कश्मीर के पुंछ-राजौरी से सटे रावलाकोट, हजीरा व तत्तापानी आदि इलाकों में स्थापित लांचिंग पैड और आतंकी प्रशिक्षण शिविरों का दौरा कर पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों व आतंकी सरगनाओं के साथ दर्जनभर बैठकें की जा चुकी हैं। इन इलाकों में पाकिस्तानी सेना की 41-बलोच, 48-बलोच और 639-मुजाहिद सरीखी बटालियनें तैनात हैं जो पहले भी भारत विरोधी गतिविधियों में अग्रणी रही हैं। इन बैठकों में न केवल नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम संधि का उल्लंघन कर गोलाबारी करने और इसकी आड़ में भारतीय क्षेत्रों में आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की रणनीति नहीं बनाई गई, बल्कि क्वाट्राकैप्टर व अन्य अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर भारतीय सैन्य ठिकानों की जासूसी करने पर भी विचार-विमर्श किया गया। 

PunjabKesari

आतंकियों को कश्मीर से जम्मू के मुस्लिम बहुल जिलों में सक्रिय होने के निर्देश
भारतीय सेना द्वारा एयरस्ट्राइक की आशंका को देखते हुए पाकिस्तान पहले ही नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में एंटी एयरक्राफ्ट गनों की तैनाती कर चुका है और इन गनों व संघर्ष विराम उल्लंघन के समय मोर्टार दागने के लिए रिहायशी इलाकों का इस्तेमाल कर रहा है।  कुछ समय से कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की सक्रियता के चलते अनेक कमांडरों समेत दर्जनों आतंकवादी मारे जा चुके हैं। इसलिए अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए आई.एस.आई. ने आतंकी संगठनों को निर्देश दिया है कि वे अपने सदस्य आतंकवादियों को कश्मीर से शिफ्ट कर जम्मू संभाग के मुस्लिम बहुल जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, किश्तवाड़ और रामबन में सक्रिय करें। आतंकी संगठनों की समस्या यह है कि जम्मू संभाग में उन्हें स्थानीय मदद नहीं मिल पाती। इसलिए उन्होंने अपने सदस्यों को मजहबी गतिविधियों की आड़ में स्लीपिंग सैल स्थापित करने का निर्देश दिया है ताकि उन्हें छिपने में मदद मिल सके।

PunjabKesari

आतंकियों पर कोरोना की मार, लांचिंग पैड पर बचे 150 आतंकी
 3 महीने पहले तक पुंछ-राजौरी क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पार करीब 400 आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने के लिए तैयार थे, लेकिन पाक अधिकृत कश्मीर में कोरोना वायरस ने भारत विरोधी मंसूबे पाल रहे इन आतंकवादियों की कमर तोड़कर रख दी है। इसके चलते अब करीब 150 आतंकवादी ही लांचिंग पैड पर बचे हैं। बेशक, पाकिस्तान सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर पूरे पाक अधिकृत कश्मीर में केवल 444 कोरोना पॉजीटिव मामले ही बताए जा रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि अकेले आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों में ही सैकड़ों आतंकवादी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।  कुछ दिन पूर्व भारतीय खुफिया एजैंसियों द्वारा इंटरसैप्ट किए गए संदेशों से भी इस बात का खुलासा हुआ कि कश्मीर घाटी से पाक अधिकृत कश्मीर में हथियारों का प्रशिक्षण लेने गए अनेक युवक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Anil dev

Recommended News

Related News