भारत-किर्गिस्तान की बैठक में अफगानिस्तान रहा मुख्य मुद्दा, दोनों देशों ने सुरक्षा चुनौतियों पर की बात

punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 12:45 PM (IST)

इंटरनशनल डेस्कः  किर्गिस्तान के सुरक्षा परिषद के सचिव इमानकुलोव पहली रणनीतिक बातचीत के लिए भारत दौरे पर हैं। इमानकुलोव का भारत दौरा इसी महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर के किर्गिस्तान दौरे के दो हफ्ते बाद हो रहा है।  इस दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मंगलवार को अपने किर्गिस्तान के समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मरात इमानकुलोव के साथ अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति और अन्य क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की।

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों देशों ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। साथ ही उन्होंने तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में पैदा हुई स्थिति को लेकर चर्चा की।  सूत्र ने बताया कि दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान के खास संदर्भ के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों के साथ दोनों देशों के सामने मौजूदा खतरों और चुनौतियों को लेकर चर्चा की।” सूत्र ने बताया, “दोनों पक्षों ने इन मामलों पर एक समान राय का स्वागत किया और आतंकवाद, उग्रवाद, नार्कोटिक्स कंट्रोल और रक्षा सहयोग समेत द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।”

 

अफगानिस्तान के मुद्दे पर भी दोनों देशों ने एकसमान विचार साझा किए।  किर्गिस्तान शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के संस्थापक सदस्यों में है। एससीओ की स्थापना 2001 में रूस, चीन, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने की थी। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थाई सदस्य बने थे, जबकि ईरान 2021 में इसका सदस्य बना।  एससीओ को NATO के जवाब में बना गठबंधन माना जाता है, जो सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय गठबंधनों में से एक के रूप में उभरा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Recommended News

Related News