संविधान के आज 75 साल हो रहे हैं, लेकिन हमारे यहां तो 25 साल का भी महत्व होता है, संसद में बोले पीएम मोदी
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2024 - 06:32 PM (IST)
नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए इसे संविधान की 75 साल की महान यात्रा करार दिया। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माताओं की दूरदर्शिता और योगदान ने हमें यहां तक पहुंचाया है। यह पल गर्व और उत्सव का है, और इसमें भाग लेने वाले सभी लोगों को मैं अभिनंदन करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के समय भारत को लेकर कई आशंकाएं थीं, लेकिन हमारे संविधान ने उन सभी को गलत साबित करते हुए देश को एक मजबूत लोकतंत्र बनाया। उन्होंने संविधान निर्माताओं और देश के नागरिकों को नमन करते हुए कहा कि हमारा लोकतंत्र प्राचीन समय से ही दुनिया के लिए प्रेरणा रहा है, इसलिए भारत को "मदर ऑफ डेमोक्रेसी" कहा जाता है।
पीएम ने कहा कि हमारे संविधान की अपेक्षा एकता की है। मातृभाषा को दबाकर देश के जनमानस को संस्कारित नहीं कर सकते हैं। नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को जगह दी गई है. काशी-तमिल संगमम आज एक बहुत बड़ा संस्थागत हुआ है। ये समाज को मजबूती देने का प्रयास है। संविधान के आज 75 साल हो रहे हैं, लेकिन हमारे यहां तो 25 साल, 50 साल का भी महत्व होता है, लेकिन जरा याद करें क्या हुआ था।
हमारे देश में आपातकाल लाया गया, संविधान को नोच लिया गया. संवैधानिक व्यवस्थाओं को खत्म कर दिया गया। नागरिकों के अधिकारों को लूट लिया गया, कांग्रेस के माथे पर ये जो पाप है वो कभी धूलने वाला नहीं है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत उन देशों में से है, जहां संविधान लागू होने के साथ ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया गया। उन्होंने कहा कि महिलाओं का योगदान हर क्षेत्र में, विशेषकर स्पेस टेक्नोलॉजी में, गर्व दिलाने वाला रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा संविधान भारत की एकता और विकास का आधार है। देश बहुत जल्द विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ रहा है। इसे विकसित बनाना हर भारतीय का सपना है।