UNSC में भारत ने यूक्रेन-रूस पर जताई नाराजगी, कहा-अपील के बाद भी सूमी में छात्रों के लिए नहीं खुल रहा मानवीय गलियारा

punjabkesari.in Tuesday, Mar 08, 2022 - 08:26 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सूमी में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर मुद्दा उठाया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत ने सभी निर्दोष नागरिकों, भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकालने के लिए सुरक्षित तथा निर्बाध मार्ग की मांग की है। टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि रूस और यूक्रेन से हमारी अपील के बावजूद, सूमी में फंसे हमारे छात्रों के लिए सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया है।

 

टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि हमने भारतीयों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अपनी तत्काल मांग को दोहराया है। हमें इस बात की गहरी चिंता है कि दोनों पक्षों से बार-बार आग्रह करने के बावजूद, सूमी में हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया। इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति पुतिन दोनों से फोन पर बात की थी। अपनी बातचीत के दौरान, उन्होंने युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी में फंसे भारतीय छात्रों के लिए सुरक्षित निकासी का मुद्दा उठाया था।

 

सूमी में फंसे 700 से ज्यादा भारतीय
बता दें कि, वर्तमान में यूक्रेन के उत्तर-पूर्व में शहर में लगभग 700 भारतीय जिनमें ज्यादातर सूमी स्टेट यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेजों के छात्र हैं, फंसे हुए हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को सुमी से भारतीयों को सुरक्षित निकालने में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। सोमवार को UNSC की बैठक में टीएस तिरुमूर्ति ने आगे कहा कि भारत सभी हमलों को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता रहा है। हमारे पीएम ने एक बार फिर दोनों पक्षों के नेतृत्व से बात की और तत्काल युद्धविराम और दोनों की आवश्यकता के लिए हमारे आह्वान को दोहराया।

 

इस मौके पर तिरुमूर्ति ने युद्ध में एक भारतीय छात्र की मौत पर दु:ख जताया और कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार, पिछले 11 दिनों में 15 लाख शरणार्थियों ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में शरण मांगी है। उन्होंने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों के अनुसार, अब तक 140 से अधिक नागरिक मारे जा चुके हैं, जिनमें एक युवा भारतीय छात्र भी शामिल है। बता दें कि, रूस ने नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार सुबह से संघर्ष-विराम के साथ सूमी सहित कई क्षेत्रों में मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की है। हालांकि, गलियारों की नई घोषणा के बाद भी रूसी सेना ने कुछ यूक्रेनी शहरों पर रॉकेट हमला जारी रखा और कुछ क्षेत्रों में भयंकर लड़ाई जारी रही।


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Content Writer

Seema Sharma

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