भारत और चीन के रिश्ते पर बोले चीनी विदेश मंत्री वांग यी-दोनों को प्रतिद्वंदी नहीं पार्टनर बनना चाहिए

punjabkesari.in Monday, Mar 07, 2022 - 02:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: चीन ने अमेरिका को जमकर लताड़ लगाई है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपनी सालाना प्रेस कांफ्रेंस में क्वाड (quad), नाटो ( nato), यूक्रेन, रूस, अमेरिका और भारत से संबंधो पर अपनी बात रखी। 

 

भारत प्रतिद्वंदी नहीं पार्टनर
भारत से संबंधों को लेकर वांग यी ने कहा कि भारत और चीन को प्रतिद्वंद्वियों के बजाए पार्टनर होना चाहिए। विदेश मंत्री ने भारत-चीन सीमा पर जारी गतिरोध पर कहा कि बॉर्डर से जुड़े मसलों से बड़ी तस्वीर को प्रभावित नहीं करना चाहिए। वांग यी ने कहा कि कुछ ताकतें हमेशा से भारत और चीन के बीच तनाव पैदा करना चाहती हैं।

 

अमेरिका को लताड़ा
क्वाड को लेकर वांग यी ने कहा कि अमेरिका का हिंद-प्रशांत महासागर का वास्तविक लक्ष्य नाटो का इंडो-पैसिफिक संस्करण स्थापित करना है। उनके मुताबिक क्वाड और ऑकस मिलकर 5 आंखें हैं जो भयावह है। साथ ही वांग ने कहा कि चीन छोटे घेरे बनाने की कोशिश नहीं करता है। अमेरिका को लताड़ते हुए वांग ने कहा कि एशिया-प्रशांत सहयोग और विकास के लिए एक आशाजनक क्षेत्र है, यह कोई शतरंज की बिसात नहीं।

 

यूक्रेन-रूस जंग पर कहा
यूक्रेन पर हमले की निंदा करने से चीन के लगातार इनकार के बीच चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने रूस को बीजिंग का ‘‘सबसे महत्वपूर्ण कूटनीतिक साझेदार'' बताया। वांग यी ने कहा कि मॉस्को के साथ चीन के रिश्ते ‘‘दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक'' हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य कितना खतरनाक क्यों न हो, लेकिन हम अपना कूटनीतिक रुख बरकरार रखेंगे और नए युग में व्यापक चीन-रूस भागीदारी के विकास को बढ़ावा देते रहेंगे। दोनों देशों के लोगों के बीच दोस्ती मजबूत है।'' चीन ने यूक्रेन पर रूस के हमला करने के बाद उस पर अमेरिका, यूरोप और अन्य द्वारा लगाए प्रतिबंधों से खुद के अलग कर लिया है। चीन ने कहा कि सभी देशों की संप्रभुत्ता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए लेकिन इन प्रतिबंधों ने नए मुद्दे पैदा कर दिए हैं और राजनीतिक समाधान की प्रक्रिया बाधित कर दी है।


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Content Writer

Seema Sharma

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