बातचीत से सुलझेगा भारत चीन सीमा विवाद! इस हफ्ते हो सकती है 11वें दौर की वार्ता

punjabkesari.in Monday, Mar 22, 2021 - 12:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख़ में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच बीते 10 महीनों से तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के बीच  कोर कमांडर लेवल की 11वें राउंड की बैठक इसी हफ्ते होने की संभावना जताई जा रही  है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान  दोनों देशों के सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी करने की जरूरत पर जोर दिया जाएगा।

 

देप्सांग और देमचौक को लेकर हो सकती है बात
सरकारी सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोगरा हाइट्स, देप्सांग के मैदानी इलाकों और देमचौक के पास सीएनसी जंक्शन को लेकर बात हो सकती है। हाल ही में चीन में नियुक्त भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने चीनी उप विदेश मंत्री लुओ झाओहुई से मुलाकात की थी। दोनों देशों के सैनिकों और सैन्य साजो सामान को पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तरी एवं दक्षिणी तटों से हटाया जाना पूरा होने के कुछ दिनों बाद उनकी यह मुलाकात हुई थी।


पिछले महीने हुई थी 10 वें दौर की बैठक
भारत ने पिछले महीने दोनों देशों के वरिष्ठ कमांडरों की 10 वें दौर की बैठक में इस बात पर जोर दिया था कि क्षेत्र में तनाव घटाने के लिए हॉट स्प्रिंग, गोगरा और देपसांग जैसे इलाकों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया तेज करनी होगी। गौरतलब है कि दोनों देशों की सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख में कई महीने तक जारी गतिरोध के बाद उत्तरी और दक्षिणी पैंगोंग क्षेत्र से अपने अपने सैनिकों एवं हथियारों को पीछे हटा लिया था । हालांकि कुछ मुद्दे अभी बने हुए हैं । समझा जा रहा है कि इस बार कि बातचीत के दौरान भारत गोगरा, हाट स्प्रिंग, देपसांग जैसे क्षेत्रों से भी सेना के तेजी से पीछे हटने पर जोर देगा


जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री ने भी की थी बातचीत
पिछले दिनों विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भी करीब 75 मिनट तक टेलीफोन पर बात की थी। जयशंकर ने वांग से कहा था कि द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिये सीमा पर शांति एवं स्थिरता जरूरी है । दोनों नेताओं ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा और भारत चीन संबंधों के सम्पूर्ण आयामों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की । जयशंकर ने वांग से कहा था कि गतिरोध वाले सभी स्थानों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों पक्ष क्षेत्र से सैनिकों की पूर्ण वापसी और अमन-चैन बहाली की दिशा में काम कर सकते हैं।


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vasudha

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