अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल शुरू, हेमा मालिनी को इंडियन पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार से नवाजा

punjabkesari.in Saturday, Nov 20, 2021 - 11:04 PM (IST)

पणजी (सुनील पाण्डेय): दिग्गज फ़िल्म अभिनेता सलमान खान एवं रणबीर सिंह के धमाकेदार परफारमेंस के साथ आज यहां भारत के 52वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (आईएफएफआई) का रंगारंग शुभारंभ हुआ। गोवा के तालेगांव स्थित गोवा विश्वविद्यालय के डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में 28 नवंबर तक चलने वाले इस रंगारंग फ़िल्म फेस्टिवल का शुभारंभ केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया। उनके साथ गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी मौजूद रहे। इस मौके पर दिग्गज अभिनेत्री हेमा मालिनी और गीतकार प्रसून जोशी को 'इंडियन पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं हालीवुड के दिग्गज मार्टिन स्कोर्सीस और मशहूर हंगेरियन फिल्म निर्माता इस्तेवन स्जाबों को पहली बार शुरु हुए सत्यजीत रे लाइफटाइन अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। उन्होंने वर्चुअली संदेश भेज जताया आभार।  समारोह में सभी पुरस्कार विजेताओं की सिनेमा यात्रा को  लघुफिल्म के माध्यम पेश किया गया।

इस मौके पर सूचना और प्रसारण मंत्री  अनुराग ठाकुर ने कहा 52 वां फ़िल्म फेस्टिवल आजादी के अमृत उत्सव और गोवा  की आजादी के 60 साल पूरा होने पर हमें संदेश देता है, कि हम आज गुजरे कल पर चिंतन करें, वर्तमान में ताकत के साथ जुटकर आने वाले शानदार भविष्य की इबारत लिखें। उन्होंने पहली बार  समारोह में शिरकत कर रहे ओटीटी प्लेटफार्म की सहभागिता को सराहा और उन्हें कंटेंट को लेकर संयम और सामाजिकता के साथ दुनिया भर के मनरंजन जगत में अहम स्थान बनाने के लिए ठोस तरीके से काम करने का आह्वान किया। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव है। जब हम अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाते हैं, तो देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सामूहिक संकल्प लेने का अवसर मिलता है। यह भारतीय सिनेमा के लिए एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करता है और सभी प्लेटफार्मों पर सभी स्तरों पर, सभी क्षेत्रीय भाषाओं में, घरेलू और विश्व स्तर पर सामग्री निर्माण और प्रसार में अविश्वसनीय संभावनाएं प्रस्तुत करता है।

ठाकुर ने कहा कि पहली बार, पांच ब्रिक्स देशों, अर्थात् ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका और निश्चित रूप से भारत की फिल्मों को फेस्टिवल के साथ ब्रिक्स फिल्म महोत्सव के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इफ्फी में 300 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है। महोत्सव में लगभग 75 देशों की 148 अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा आईएफएफआई ने 75 उभरते कल के रचनात्मक यंग क्रियेटिव माइंड की घोषणा की और उन्हें सम्मानित किया।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने भारत को सामग्री निर्माण का पावरहाउस और दुनिया का पोस्ट-प्रोडक्शन हब बनाने के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की। साथ ही कहा कि हमारा उद्देश्य क्षेत्रीय पिफल्मों को बढ़ाकर भारत को कंटेंट क्रियेशन निर्माण का एक पावरहाउस बनाना है, विशेष रूप से क्षेत्रीय बनाना। हम अपने कुशल युवाओं के बीच अपार तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाकर भारत को दुनिया का प्रोडक्शन हब बनाने के अपने प्रयासों में आगे बढा रहे हैं। हमारा लक्ष्य भारत को विश्व सिनेमा का केंद्र बनाना है। फिल्मों और त्योहारों के लिए एक गंतव्य और फिल्म निर्माताओं और प्रेमियों के लिए सबसे पसंदीदा जगह है।

इस मौके पर अभिनेता रणवीर सिंह ने पांच दशक की सिनेमा यात्रा को दशक दर दशक फिल्मों के चर्चित गीतों की माला में पिरो कर पेश किया।  अदाकारा श्रद्धा कपूर ने आत्मनिर्भर भारत में महिलाओं की विकास यात्रा के मैदान को फतह किया। वहीं क्षेत्रीय सिनेमा की कर्णप्रियता और मनोरंजन में भूमिका को रीतेश और जेनेलिया देशमुख ने पेश किया।

उद्घाटन समरोह की मेजबानी फिल्म निर्देशक करन जौहर और अभिनेता मनीष पॉल ने किया। इसमें बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और रणवीर सिंह के अलावा रितेश देशमुख, जिनेलिया देशमुख, श्रद्धा कपूर और अन्य कलाकारों ने भी रंगारंग कार्यक्रम पेश किया। महोत्सव के दौरान जेम्स बॉन्ड के किरदार को पर्दे पर निभाने वाले अभिनेता दिवंगत सीन कॉनेरी को विशेष श्रद्धांजलि दी गई। महोत्सव के दौरान दिवंगत अभिनेताओं दिलीप कुमार, कन्नड अभिनेता पुनीत राजकुमार, फिल्मकार सुमित्रा भावे, बुद्धदेव दासगुप्ता, कन्नड अभिनेता संचारी विजय और राष्ट्रीय परस्कार प्राप्त अभिनेत्री सुरेखा सीकरी को भी विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।

73 देशों की 148 फिल्मों का प्रदर्शन होगा
आईएफएफआई के अंतरराष्ट्रीय खंड में करीब 73 देशों की 148 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। महोत्सव में 12 वल्र्ड प्रीमियर, करीब सात अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर, 26 एशिया प्रीमियर, और करीब 64 भारतीय प्रीमियर होंगे। विश्व प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं, तकनीशियनों, आलोचकों, शिक्षाविदों और फिल्मों के शौकीनों लोग, विभिन्न फिल्म प्रदर्शनियों, प्रस्तुतियों, मास्टर क्लास, समूह चर्चा और संगोष्ठियों के माध्यम से सिनेमा और फिल्म निर्माण की कला का जश्न मनाने के लिए एक साथ आएंगे।


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Content Writer

Yaspal

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