निकिता की मां ने कहा- 20 साल तक पालने के बाद कोई बेटियों की हत्या कर देगा तो कोई क्यों बेटियां पैदा
punjabkesari.in Wednesday, Oct 28, 2020 - 06:24 PM (IST)
फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ शहर में कॉलेज से पेपर देकर बाहर निकली एक छात्रा निकिता तोमर (21) की मुस्लिम समुदाय के एक युवक तौसीफ ने दिन दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी। घटना अग्रवाल कॉलेज के सामने की सड़क पर हुई जब पेपर देने के बाद बाहर निकली बीकॉम अंतिम वर्ष की छात्रा निकिता का तौसीफ ने पिस्तौल की नोक पर अपहरण करने और कार में बिठाने का प्रयास किया। लेकिन निकिता के विरोध करने पर आरोपी जब अपने मंसूबों को अंजाम देने में विफल रहा तो उसने छात्रा को गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं इस घटना के घर में सबसे ज्यादा मां की हालत खराब है वह रो- रो कर सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रही है। मां ने सरकार से मांग की है कि जैसे उनकी बेटी को मारा गया है, इसी तरह से पुलिस आरोपियों का भी एनकाउंटर करे। अगर इसी तरह 20 साल तक बेटियोंं को पालने के बाद कोई उनकी कोई हत्या कर देगा तो फिर कोई बेटी क्यों पैदा करना चाहेगा। लोग बेटी पैदा होते ही मार देंगे। मृतका की मां बार-बार आरोपियों के एनकाउंटर की मांग कर रही है। मृतका के पिता मूलचंद तोमर व मामा हाकिम सिंह ने बताया कि निकिता स्कूल के समय से ही पढऩे लिखने में बहुत होशियार थी। बारहवीं कक्षा में उसके 95 प्रतिशत अंक आए थे। वह अपने स्कूल की टॉपर थी। इसके बाद जब उसका दाखिल कॉलेज में कराया गया तो वहां भी वह अपनी कक्षा के अन्य विद्यार्थियों से हमेशा आगे ही रही। उन्होंने भी आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
2018 में ही निकिता के अपहरण का आरोपी ने किया था प्रयास
परिजनों का कहना है कि आरोपी ने वर्ष 2018 में ही निकिता के अपहरण का प्रयास किया था। वह उसे मुस्लिम बना कर उससे शादी करने का दबाव बना रहा था। उस वक्त पुलिस में आरोपी की शिकायत की गई थी। लेकिन उस समय पुलिस के कथित दबाव और कोई आरोपी के खिलाफ कोई कारर्वाई नहीं किये जाने पर उन्होंने लोकलाज के चलते समझौता कर लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस ढिलाई की निकिता को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ी। इस घटना से गुस्साये परिजन, सम्बंधी और अनेक संगठनों के लोग धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि प्रशासन एसआईटी गठित कर इस मामले में जल्द जांच पूरी करे और फास्टट्रैक अदालत में मामला चला कर आरोपियों को फांसी की सज़ा सुनिश्चित करे। छात्रा के एक रिश्तेदार हाकिम सिंह ने बताया, वह लड़की पर बार-बार मुस्लिम बनने के लिए दबाव डाल रहा था। तीन साल पहले भी उसने वारदात की थी लेकिन तब हमने पंच फैसले से मामला निपटा लिया था। अब लड़के ने फिर लड़की को फोन किया कि मुसलमान बन जा हम शादी कर लेंगे। लड़की ने इनकार कर दिया तो अपहरण की कोशिश की गई। अपहरण में नाकाम रहने पर गोली मारकर हत्या कर दी। प्रशासन से हमारी मांग है कि एसआईटी गठित कर मामले की जांच कराई जाए और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई कराई जाए।