तुलसी विवाह से उदय होगा तारा, आरंभ होंगे शुभ काम

punjabkesari.in Thursday, Nov 07, 2019 - 07:09 AM (IST)

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8 नवंबर को हरि प्रबोधिनी एकादशी है। चार महीनों से शयन के लिए गए श्री हरि विष्णु निद्रा से जागृत हो जाएंगे। जिसके बाद आरंभ होंगे शुभ काम। जिन लोगों को कन्या रत्न प्राप्त नहीं होता वे तुलसी देवी का कन्यादान कर पुण्य प्राप्त करते हैं। देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णु सो रहे थे। चार महीनों से सभी मांगलिक कामों पर बैन लगा हुआ था। अब विवाह, सगाई, गृहप्रवेश, मुंडन आदि सभी शुभ कार्य किए जा सकेंगे। वैसे तो दे‌वउठनी एकादशी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त होता है लेकिन इस बार दे‌वउठनी एकादशी पर विवाह नहीं हो पाएंगे क्योंकि वर्तमान में सूर्य तुला राशि में है और ऐसे में विवाह नहीं होते। 

PunjabKesari Hari Prabodhini Ekadashi and Tulsi Vivah

लड़का-लड़की की कुंडली मिलाने के बाद भाव व भावेश की स्थिति और ग्रहों की दशा को ध्यान में रखते हुए शादी के शुभ मुहूर्त तय किए जाते हैं। 5 नवंबर को विवाह का कारक बृहस्पति ग्रह राशि परिवर्तन करने के बाद 12 साल बाद अपनी राशि धनु में पुन: लौटा है। ज्योतिष विद्वानों का कहना है बृहस्पति का धनु राशि में गोचर शुभ रहेगा। देवउठनी एकादशी के 9 दिन बाद सूर्य भी राशि बदलने वाले हैं। विवाह का शुभ मुहूर्त निकालने से पहले वर का सूर्य और कन्या का बृहस्पति देखा जाता है। अत: इन दोनों ग्रहों के राशि परिवर्तन के प्रभाव से शादियों के बहुत सारे शुभ मुहूर्त बनेंगे। नवंबर व दिसंबर माह में विवाह की कुल 14 तिथियां हैं, जो बहुत शुभ हैं। इस दिन अन्य शुभ काम भी किए जा सकेंगे। पाठको की जानकारी के लिए बता दें तुलसी विवाह से तारा उदय हो जाता है। 

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ये हैं शुभ मुहूर्त
8 नवंबर
देवउठनी एकादशी तिथि
19 नवंबर कृष्णपक्ष की सप्तमी तिथि
20 नवंबर कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि
21 नवंबर कृष्णपक्ष की नवमी तिथि
22 नवंबर कृष्णपक्ष की दशमी तिथि
23 नवंबर कृष्णपक्ष की एकादशी तिथि
28 नवंबर शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि
30 नवंबर शुक्लपक्ष की चतुथी तिथि
1 दिसंबर शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि
2 दिसंबर शुक्लपक्ष की छठी तिथि
3 दिसंबर शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि
7 दिसंबर शुक्लपक्ष की एकादशी तिथि
11 दिसंबर शुक्लपक्ष की चतुर्दशी तिथि
12 दिसंबर शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि

13 दिसंबर से मलमास आरंभ हो जाएगा, जो 13 जनवरी तक रहेगा। ऐसे में विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं होंगे। 15 जनवरी, 2020 को मकर संक्रांति है। उसके बाद से विवाह-शादियों का दौर शुरू होगा

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Niyati Bhandari

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