गरीब बेटी की शादी में ''मामा'' बनकर पहुंचा यह ''फरिश्ता'', 9 तोला सोना, 1 किलो चांदी देकर निभाई ''नरसी भात'' की रस्म

punjabkesari.in Thursday, Nov 25, 2021 - 03:32 PM (IST)

ग्वालियर:  ग्वालियर के शिवपुरी जिले के एजवारा गांव में दरियादिली की एक ऐसी मिसाल देखने को मिली कि हर कोई हैरान रह गया। गांव में एक गरीब बेटी की शादी में एक साहुकार फरीश्ता बन कर पहुंचा और उसने अपना बड़ा दिल दिखाते हुए उस गरीब बेटी का मामा बन कर शादी की सारी रस्में बेहद आलीशान ढंग से संपूर्ण की। 

दरअसल दुल्हन बनी इस बेटी के मामा नहीं थे, इसकी जानकारी मिलने पर नोएडा के एक कारोबारी ने शादी में आकर मामा का फर्ज निभाया इतना ही नहीं इस शख्स ने लड़की की शादी में लाखों रुपए का भात भी बांटा।

जानकारी के मुताबिक इस  कारोबारी ने शादी में दूल्हा-दुल्हन को करीब पांच लाख के जेवरात दिए। इनमें 9 तोला सोना और एक किलो चांदी शामिल है, इसके अलावा उन्होंने दूल्हे को एक लाख कैश, स्मार्टफोन भी दिया। वहीं गांव की 350 महिलाओं के लिए साड़ियां और पुरुषों के लिए 100 जोड़ी पेंट शर्ट दिए। 

आपकों बता दें कि शिवपुरी जिले के बदरवास जनपद पंचायत के तहत आने वाले एजवारा गांव में रहने वाले थान सिंह यादव की बेटी की शादी 20-21 नवंबर को थी। शादी में मंडप के नीचे भात की रस्म होने वाली थी लेकिन दुल्हन के मां- बाप परेशान थे कि बेटी की शादी में भात की रस्म कौन करेंगा  क्योंकि बेटी का कोई मामा नहीं था। 

ऐसे में बारात और दूल्हा मंडप के नीचे आ चुके थे, भात की रस्म हो रही थी उसी दौरान नोएडा से गोविंद सिंघल नाम के कारोबारी परिवार के साथ गांव में पहुंचे और कहा कि वह दुल्हन के मामा का फर्ज निभाएंगे और भात देने के लिए वह आए हैं।भारत की रस्म शुरू हुई तो दुल्हन का परिवार खुश हो गया. वहीं बाराती और गांव वाले भी हैरान थे।

फरिश्ते से कम नहीं यह शख्स
दुल्हन की मां ने बताया कि उसका कोई भाई नहीं था।  उसके पिता 30 साल पहले सन्यासी हो कर चले गए थे, बेटी की शादी से पहले दुल्हन की मां ने अपने पिता को तलाशने की कोशिश की जब उन्हें खबर मिली कि पिता उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के जेवर कस्बे में साधु के रूप में रह रहे हैं तो दुल्हन की मां और पिता उनको तलाशने गौतमबुद्ध नगर पहुंचे और वहां उन्होंने साधु के भेष में बैठे पिता से कहा कि उसकी बेटी की शादी है, भात की रस्म के लिए आपको आना पड़ेगा, लेकिन, संन्यासी पिता ने शादी में आने से साफ इनकार कर दिया। और संयोग से वहीं बैठे नोएडा के कारोबारी गोविंद सिंघल ने सन्यासी पिता और बेटी का ये वाक्या सुना तो उन्होंने दुल्हन की मां और पिता से  कहा कि आप लोग घर जाइए भगवान सब अच्छा करेगा. उन्होंने उसी वक्त तय कर लिया था कि भात की रस्म वो अदा करेंगे, वे तय तारीख पर गांव पहुंचे और पूरी रस्म निभाई।


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Content Writer

Anu Malhotra

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