दिल्ली की जनता का रूपया बर्बाद कर रहे हैं केजरीवाल, पैसे देकर विदेशी अखबारों में लेख छपवाए: मनोज तिवारी का बड़ा हमला
punjabkesari.in Friday, Aug 19, 2022 - 05:27 PM (IST)
नई दिल्ली: केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने आज दिल्ली आबकारी नीति मामले में एक प्राथमिकी दर्ज करने के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास के अलावा 20 स्थानों पर शुक्रवार को छापेमारी की। जिसके बाद सीएम केजरीवाल समेत कई आप नेताओं ने मोदी सरकार को घेरा।
वहीं इच अपनी सरकार का बचाव करते हुए भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने पैसे देकर विदेशी अखबारों में अपनी तारीफ में लेख छपवाए। मनोज तिवारी दो अखबारों की कटिंग तो ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा कि लो जी यहां भी पकड़े गये। न्यूयार्क टाइम्स और खलीज़ टाइम्स में एक ही लेख और एक ही लेखक। बेशर्म आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता का पैसा बर्बाद कर रही है अपने फोटो छपवाने में, वो भी पैसा दे कर।
लो जी यहाँ भी पकड़े गये..
— Manoj Tiwari 🇮🇳 (@ManojTiwariMP) August 19, 2022
न्यूयार्क टाइम्स और ख़लीज़ टाइम्स में same word to word… same author also.. बेशर्म AAP दिल्ली की जनता का पैसा बर्बाद कर रही है अपने फ़ोटो छपवाने में वो भी पैसा दे कर pic.twitter.com/fGcSQh6f4N
बता दें कि आज सुबह जब CBI जब मनीष सिसोदिया के घर पहुंची तो सीएम केजरीवाल ने बैक-टू-बैट ट्विट कर मोदी सरकार को घेरा। जिसमें उन्होंने समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुख पृष्ठ पर मनीष सिसोदिया के शिक्षा क्षेत्र में किए काम और उनकी तस्वीर छपने पर उन्हें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री बताते हुए शुक्रवार को उनकी सराहना की।
वहीं, केजरीवाल ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिस दिन सिसोदिया को ‘‘सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री’’ घोषित किया गया, उसी दिन केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उनके आवास पर छापा मारा.. लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए गर्व की बात है कि मनीष सिसोदिया का नाम दुनिया के सबसे ताकतवर देश के सबसे बड़े अखबार के पहले पन्ने पर है।
इसे लेकर मनोज तिवारी ने पलटवार करते हुए अपने दूसरे ट्विट में लिखा कि दोस्तवाद तो अरविंद और मनीष के बीच है। सिसोदिया गलत तरीके से शराब की नई इक्साइज पॉलिसी से केजरीवाल और पार्टी के लिए पैसा बनाता है और फिर केजरीवाल इस अवैध पॉलिसी का बचाव आनन फानन में बुलायी कैबिनेट और मीडिया में करते हैं। पर अब ये दोस्तवाद ज्यादा दिन नहीं चलेगा।