गहलोत ने कराई सरकार की फजीहत, टीचरों से पूछा- तबादले के लिए पैसे खिलाने पड़ते हैं, जबाव सुनकर चौंक गए सीएम
punjabkesari.in Tuesday, Nov 16, 2021 - 06:20 PM (IST)
नेशनल डेस्कः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक कार्यक्रम में अपनी ही सरकार की फजीहत करा ली। सीएम गहलोत ने शिक्षक सम्मेलन में शिक्षकों के तबादले में लेनदेन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हम सुनते हैं कि तबादले के लिए कई बार पैसे खिलाने पड़ते हैं। पता नहीं, आप बताइए सही है या नहीं, मुझे नहीं मालूम। राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में बैठे शिक्षकों की तरफ से आवाज आई- हां, देने पड़ते हैं।
गहलोत ने कहा, क्या यह बात सही है? पैसे देने पड़ते हैं क्या? फिर आवाज आई- हां, देने पड़ते हैं। गहलोत बोले- कमाल है। यह बहुत ही दुखदायी बात हैं कि टीचर्स पैसे देकर ट्रांसफर करवाने को लालायित रहे। कोई पॉलिसी बन जाए सबको मालूम रहे कि उसका तबादला कब होना है? तब फिर न पैसे चलेंगे न MLA के पास जाना पड़ेगा।
गहलोत ने कहा- ट्रांसफर पॉलिसी ऐसी बन जाए, जिससे किसी की हार्ट बर्निंग न हो। अभी क्या हो रहा है कि जिसकी MLA-MP के साथ चल गई उसका हो जाता है। MLA आकर मंत्रीजी के कपड़े फाड़ते हैं कि मेरे तो 50 ही तबादले किए, मेरे तो 100 किए, 150 ही किए। अरे, भाई कोई अंत तो हो।
#WATCH | At a felicitation program for teachers, in Jaipur, Rajasthan CM Ashok Gehlot asks them if they need to pay money for a transfer. The teachers respond with "Yes". The CM says, "It's very unfortunate that teachers need to pay money for transfer. A policy should be made..." pic.twitter.com/YWAl9QTkSH
— ANI (@ANI) November 16, 2021
सरकार पर सवाल खड़े कर दिए
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टीचर्स तबादलों में पैसे चलने की बात कहकर खुद की सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। गहलोत के बयान से शिक्षा मंत्री डोटासरा के सामने असहज स्थिति पैदा कर दी। डोटासरा ने तत्काल सफाई भी दी। गहलोत के बयान को विपक्ष अब मुद्दा बना सकता है। गहलोत सरकार को तीन साल पूरे होने को है। अब तक सरकार ट्रांसफर पॉलिसी नहीं बना सकी।