सरकार गिराने के षडयंत्र को लेकर गहलोत ने फिर शाह पर साधा निशाना

punjabkesari.in Tuesday, Dec 07, 2021 - 08:15 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सरकार पर पिछले साल आए राजनीतिक संकट को लेकर मंगलवार को एक बार फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और कहा कि ‘‘शाह तो कोशिश करके देख चुके हैं जिसमें वे विफल रहे।'' इसके साथ गहलोत ने कहा कि इस प्रकरण में राजस्थान से एक केंद्रीय मंत्री को राजस्थान पुलिस को अपनी आवाज का नमूना देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की जयपुर में 12 दिसंबर को प्रस्तावित 'महंगाई हटाओ रैली' ऐतिहासिक रहेगी और यह केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के पतन की शुरुआत होगी।

भाजपा के केंद्रीय नेताओं पर राज्य की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करने के मुख्यमंत्री गहलोत के आरोपों पर पलटवार करते हुए शाह ने रविवार को यहां कहा था,‘‘ भाजपा आपकी सरकार नहीं गिराएगी बल्कि 2023 में पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी।'' इस पर गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘उनके हाथ में है क्या गिराना? उनके क्या हाथ में है? उन्होंने प्रयास करके देख लिया है, फेल हो गए, वो फेल हो चुके हैं।''

गहलोत ने कहा कि उस संकट के समय खुद भाजपा के विधायक तक उनका साथ देने को तैयार नहीं हुए। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 19 विधायकों के बगावती रुख अपनाने के कारण गहलोत सरकार की स्थिरता को लेकर सवाल उठे थे। तब से गहलोत आरोप लगाते रहे हैं कि भाजपा व उसके कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने सरकार गिराने का षड्यंत्र किया। इसे दोहराते हुए गहलोत ने कहा,‘‘ भाजपा का षड्यंत्र था जो नॉर्थ ब्लॉक में बैठकर बनाया गया था अमित शाह के ऑफिस के अंदर, धर्मेंद्र प्रधान के घर के अंदर बनाया गया था और जो लोग उनके साथी संगी थे, जिन्होंने सारी व्यवस्थाएं की थीं, उन सबकी पोल खुल गई।''

उल्लेखनीय है कि पिछले साल गहलोत सरकार पर आए संकट के दौरान सामने आई एक कथित ऑडियो टेप को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री गहलोत के विशेष अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा के खिलाफ फोन टैपिंग की शिकायत दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा में की थी। इसका जिक्र करते हुए गहलोत ने एक तरह से शेखावत पर निशाना साधा और कहा कि केंद्रीय मंत्री को अपनी आवाज का नमूना राजस्थान पुलिस को देना चाहिए। इस बारे में राजस्थान पुलिस में भी एक मामला दर्ज करवाया था।

गहलोत ने कहा,‘‘ सबक सिखा दिया राजस्थान की जनता ने, राजस्थान के हमारे चुने हुए विधायकों ने राजग सरकार को, उनके गृह मंत्री को, उनके अन्य मंत्रियों को जो सब इस षड्यंत्र में शामिल थे, उनमें से एक तो राजस्थान के ही थे, जिनकी आवाज तो टेप में आई थी... उलटा चोर कोतवाल को डांटे, उन्होंने लोकेश शर्मा जो हमारा ओएसडी है, उस पर मुकदमा कर दिया दिल्ली के अंदर।''

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘आप बताइए, इनकी सोच देखिए आप, किस रूप में ये नेता बन गए, केंद्रीय मंत्री बन गए... ऐसे लोग बैठे हुए हैं केंद्रीय मंत्री बनकर और वो तो टेप में उनकी आवाज आ चुकी है, वो नमूना देने के लिए तैयार ही नहीं होते हैं। कोई न कोई तरीका निकालकर बचते हैं, उनको आवाज का नमूना देना चाहिए, मालूम पड़ जाएगा, पोल खुल जाएगी कि किस रूप में आपने षड्यंत्र में भाग लिया, पूरे षड्यंत्र में भाग लेने के लिए वो भी सिरमौर थे, वो कम नहीं थे, इसलिए अब सबकी पोल खुल चुकी है।'' 

शाह ने जयपुर में अपने कार्यक्रम में राज्य की कांग्रेस सरकार 'भ्रष्ट, निकम्मी व बैसाखी के सहारे' चलने वाली सरकार करार दिया और कहा कि वह केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं में रोड़े अटका रही है। इस बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा,‘‘अमित शाह ने लोगों को गुमराह करने का काम किया। हर चीज में उन्होंने असत्य बोला है। एक गृह मंत्री से उम्मीद नहीं करते हैं कि वो इस प्रकार से लोगों को भ्रमित करके जाएं यहां से, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति थी।''

कांग्रेस की 12 दिसंबर को जयपुर में प्रस्तावित 'महंगाई हटाओ रैली' के बारे में गहलोत ने कहा कि इसको लेकर जनता में खूब उत्साह है और यह रैली केंद्र में सत्तारूढ़ राजग सरकार के पतन की शुरुआत होगी। गहलोत ने रैली की तैयारियों को लेकर यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में राज्य प्रभारी अजय माकन, प्रदेश गोविंद सिंह डोटासरा व अन्य पदाधिकारियों के साथ चर्चा की।


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Content Writer

Yaspal

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