गणेश विसर्जनः एक जिद ने खत्म कर डाली 4 होनहार बच्चों की जिंदगियां

punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2019 - 09:59 AM (IST)

नई दिल्ली: गणेश विसर्जन के दिन अलीपुर स्थित पल्ला नहर में चार छात्र-छात्राओं की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। बच्चों के माता पिता का कहना है कि अगर बच्चे उनका कहना मान लेते, तो शायद आज वो हमारे बीच होते। लेकिन अब उनकी लाशें घर पर आई हैं। बच्चों को पढ़ा लिखाकर उनसे उम्मीद थी कि वो उनके बुढ़ापे की लाठी बनेंगे। लेकिन क्या पता था कि उनकी लाठी टूट जाएगी और उनको अपने ही सहारे जिंदगी गुजारनी पड़ेगी। मृतकों की पहचान पार्वती उर्फ प्रियंका, पिंकी, उमेश और निकित के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। 

ज्ञात हो कि बीते वीरवार की शाम निहाल विहार नांगलोई इलाके में रहने वाली पार्वती और पिंकी गणेश विसर्जन के लिए निकलीं थी। उनके साथ उनके दोस्त अवन्तिका एंक्लेव नांगलोई में रहने वाले उमेश और निकित भी गए थे। साथ में करीब सौ से ज्यादा श्रद्धालु भी थे। पल्ला नहर में मूर्ति विसर्जन के वक्त चारों बच्चे साथियों से अलग हो गए। नहर में गहराई में उतरने पर चारों डूब गए। जबकि उनका एक अन्य साथी बच गया। पीसीआर और दमकल को मामले की सूचना दी गई। शुक्रवार सुबह पौने छह बजे शवों को तलाशने का ऑपरेशन शुरू किया गया। करीब सात घंटे की मशक्कत के बाद चारों शवों को निकालकर परिजनों को सौंप 
दिया गया। 

चारों कॉलेज से पढ़ाई कर रहे थे
नांगलोई निहाल विहार में रहने वाली प्रियंका शिवाजी कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स की फाइनल ईयर की छात्रा थी। वह सोशल वर्क में काफी एक्टिव रहा करती थी। वह पर्यावरण को लेकर काफी गंभीर थी। नांगलोई निहाल विहार में रहने वाली पिंकी नॉर्थ कैंपस से बी कॉम सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। उसका सपना सीए बनने का था। वह पढ़ाई के साथ-साथ सीए की भी पढ़ाई कर रही थी। अपनी सहेली प्रियंका के साथ वह भी सोशल वर्क में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया करती थी। अंबिका एंक्लेव नांगलोई का रहने वाला उमेश यादव डीयू से बीए सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। जबकि उसी इलाके में रहने वाला निकित कुमार आजादपुर स्थित आर्याभट कॉलेज से फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा था। 

एक दूसरे को बचाने में गई जानें!
स्थानीय लोगों का कहना है कि मूर्ति विसर्जन के बाद  8 लोग यमुना नदी में नहाने के उतर गए। इनमें 2 युवती और 2 लड़के गहरे पानी में चले गए। तभी एक लड़की अति उत्साह में पानी के और अंदर तक चली गई। जहां वह एक गड्ढे मे गिर गई। शोर मचाने पर दूसरी युवती उसे बचाने गई तो वह भी गड्ढे में गिरकर पानी मे बह गई। इसके बाद युवक बचाने गए तो वे भी गड्ढे में तेज पानी के बहाव में बह गए। एक और युवक बचाने गया, लेकिन वह जैसे-तैसे बाहर निकल गया। 


आज है पिंकी का बर्थडे
पिंकी शाह के परिवार वालों ने बताया कि 14 सितम्बर को पिंकी का जन्मदिन होता है। वह अब बीस साल की हो जाती। पिंकी के पिता संजय शाह वेल्ंिडग का काम करते हैं। जबकि उनकी मां शकुंतला घर पर ही रहकर परिवार की देखभाल करती हैं। पिंकी के छोटे भाई बहन सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर रहे हैं। गणेश विसर्जन के वक्त वह अपनी मां को कहकर निकली थी कि जल्दी ही घर लौट आएगी। फिर आराम से पढ़ाई कर लूंगी। उसकी जिद के आगे मां भी झुक गई थी। 


पांच बहनों में इकलौता था उमेश  
परिवार वालों ने बताया कि उसके पिता भारत यादव ट्रैक्टर चलाया करते हैं। वह पांच बहनों में इकलौता भाई था। परिवार का वह लाडला भी था। वीरवार शाम उसने अपनी मां ममता से कहा था कि वह गणेश विसर्जन में जा रहा है। जल्द ही वापस आ जाएगा। परिवार को उसी के एक दोस्त ने फोन कर बताया था कि उमेश नहर में डूब गया है। जिसको गोताखोर तलाश कर रहे हैं। जब वह मौके पर पहुंचे, पता चला कि उसके तीन अन्य साथी भी नहर में डूबे हुए हैं। रात को गोताखोर बच्चों की तलाश कर रहे थे। सुबह उमेश और उसके दोस्त निकित के शव सबसे पहले निकले थे। जो हादसे की जगह से कुछ ही दूरी पर थे। उमेश के जाने के बाद उसके पिता को कुछ समझ नहीं आ रहा है। वह उससे जल्द पढ़ाई पूरी कर परिवार में हाथ बंटवाने की बात कहा करते थे। उनको लगता था कि उमेश घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए जरूर सहायता करेगा। उनको नहीं पता कि परिवार का अब क्या होगा। 


निकित से थी काफी उम्मीदें
निकित के पिता लेबर का काम करते हैं। उनको निकित की पढ़ाई पूरी होने के बाद काफी उम्मीदें थी। परिवार वालों का कहना है कि गणेश विसर्जन के दिन वह कहकर गया था कि दोस्त भी जा रहे हैं। वह विसर्जन होते ही सीधा घर ही आएगा। लेकिन पता नहीं था कि उनका बेटा जिंदा तो जा रहा है लेकिन अब उसके मरने की खबर आएगी। अब किसकी गलती थी। कौन उसकी और उसके दोस्तों का जिम्मेवार है।  
 

वॉलिंटियर्स के मना करने पर नहीं माने थे लोग
कुछ लोगों ने बताया कि जब वॉलिंटियर्स ने उनको मौके पर विसर्जन करने से रोककर भेज दिया तो रास्ते में ही एक आदमी ने कहा था कि दूसरी तरफ से जाकर विसर्जन कर लो। वहां पर कई लोग विसर्जन कर रहे हैं। चारों दूसरी तरफ चले गए। लेकिन चारों अपने साथियों से अलग हो गए थे। वह गहरे पानी में उतर गए। जिनको बचाने के लिए उनके एक अन्य साथी ने कोशिश भी की थी। लेकिन वह उनको बचा नहीं पाया था। जिसके बाद पुलिस और परिवार वालों को मामले की जानकारी दी थी।   


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Edited By

Anil dev

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