जोधपुर हिंसा पर बोले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत- CM जलसे में व्यस्त, पुलिस ने पीड़ितों पर की कार्रवाई

punjabkesari.in Tuesday, May 03, 2022 - 07:35 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को जोधपुर पुलिस पर आरोप लगाया गया कि वह शहर में ईदगाह पर नमाज अदा करने के बाद हंगामा करने और दुकानों, वाहनों में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में नाकाम रही है। भाजपा नेता ने कहा कि पुलिस ‘अदृश्य' दबाव में काम कर रही है और उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दंगाइयों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह पार्टी के अन्य नेताओं के साथ जालोरी गेट सर्किल पर धरने पर बैठेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘यदि इस मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो हम जालोरी गेट पर धरना देंगे। (हम) हजारों की संख्या में लोगों के साथ बैठेंगे और प्रशासन को इस बात के लिए मजबूर करेंगे कि वह जोधपुर की शांति और भाईचारे को बिगाड़ने वाले ऐसे सारे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करें।''

शेखावत ने कहा कि उपद्रवियों ने मंगलवार को नमाज के बाद कई स्थानों पर तोड़फोड़ की, घरों और दुकानों पर पत्थरबाजी की महिलाओं के साथ बदसलूकी की और लोगों पर चाकुओं और तलवारों से हमले किये, लेकिन पुलिस मूक दर्शक बनी रही। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री आरोप लगाते हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा के लोग दंगा करते हैं, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि आज सुबह जितनी घटनाएं हुई…, क्या वहां पर भाजपा का एक भी कार्यकर्ता (मौजूद) था? क्या वहां आरएसएस का एक भी स्वयंसेवक उपस्थित था? और क्या वहां दंगे के लिए कोई दूसरा पक्ष पथराव कर रहा था, (या) एकतरफा बवाल मचाया गया?''

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उपद्रवियों ने लोगों के घरों में घुसकर मारपीट की, घरों और दुकानों में पत्थरबाजी की, वाहनों को क्षतिग्रस्त किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पिछली रात तनाव के बावजूद कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की, जिसके परिणामस्वरूप दंगे हुए। उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह का तांडव आज हुआ वैसा जोधपुर में कभी नहीं हुआ। यह जोधपुर की परंपरा नहीं है।''

शेखावत ने कहा कि उन्होंने अन्य नेताओं के साथ घटनास्थल का दौरा किया और लोगों के साथ बातचीत की। उन्होंने अचरज व्यक्त किया कि किस तरह अपनी दुकान पर बैठे व्यक्ति पर हमला किया गया, किस तरह से एक छोटी सी बच्ची के कपड़े फाड़ दिये गये, जिसका कोई लेना देना नहीं था। उन्होंने कहा कि उस बच्ची के साथ बदसलूकी की गयी और उसकी एक टांग तोड़ दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उपद्रवियों ने सुनारों के आवासीय क्षेत्र में एक मंदिर को भी क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसा कृत्य करने का किन लोगों का दबाव था, इस तरह की परिस्थितियां जोधपुर में क्यों बनी, प्रशासन और सरकार दोनों की इसमें क्या भूमिका थी, निश्चित रूप से इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने कलेक्टर और पुलिस आयुक्त से आरोपियों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार करने को कहा है। शेखावत ने कहा, ‘‘कलेक्टर ने हमें बताया कि 8-9 लोगों को चिह्नित किया गया है। मैंने उनसे कहा कि यदि आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो मैं अन्य नेताओं के साथ जालोरी गेट सर्किल पर धरने पर बैठूंगा।''

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ गई है। उन्होंने सत्तारूढ कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जोधपुर हिंसा पर फीडबैक मांगा है। मंगलवार को ईद से कुछ घंटे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव फैल गया, जिसके बाद अधिकारियों ने शहर के 10 पुलिस थानों में कर्फ्यू लगा दिया।


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Content Writer

Yaspal

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