कोरोना के कारण उड़ानें कम, फिर भी पक्षियों के विमान से टकराने की घटनाएं 2021 में काफी बढ़ीं

punjabkesari.in Sunday, Mar 27, 2022 - 02:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में पिछले साल कोरोना वायरस के चलते उड़नों की संख्या सीमित होने के बावजूद भारतीय हवाई अड्डों पर पक्षियों के विमानों से टकराने की घटनाओं में वृद्धि हुई। पशु पक्षियों के टकराने को विमान परिचालन के क्षेत्र में गंभीर खतरों में माना जाता है। अगस्त 2019 में समुद्री चिड़ियों का एक झुंड यूरल एयरएलाइंस के मॉस्को-सिमफेरोपोल विमान से टकरा गया था जिसके बाद विमान की खेतों में आपात लैंडिंग कराई गई थी, इस घटना में 74यात्री घायल हो गए थे। विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (DCGA) के आंकड़ों के मुताबिक 2020 की तुलना में साल 2021 में देशभर के हवाई अड्डों पर पक्षियों के टकराने की 1,466 घटनाएं (27.25 प्रतिशत वृद्धि) और पशुओं के टकराने की 29 घटनाएं (93.33 प्रतिशत वृद्धि)हुईं।

 

जब 2021 के आंकडों की तुलना 2019 के आंकडों से की गई तो देशभर के हवाई अड्डों में पक्षियों, पशुओं के टकराने की घटनाओं में 19.47 और 123 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक इन घटनाओं के पीछे यह कारण हो सकता है कि संक्रमण के कारण उड़ानों की संख्या सीमित होने के चलते हवाई अड्डों पर शांति रही और इससे पक्षी इस स्थान की ओर आकर्षित हुए। गौरतलब है कि 2018 में DCGA ने एक आदेश में कहा था कि हवाई अड्डे के आस पास के क्षेत्रों में वन्यजीवों की मौजूदगी विमान परिचालन सुरक्षा को ‘‘गंभीर खतरा'' पेश करती है।

 

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) से 2021 के दौरान ऐसी घटनाओं में वृद्धि के कारणों के बारे में ‘ द्वारा पूछे जाने पर उसने कहा, ‘‘इन घटनाओं के मुख्य कारण हवाई अड्डे के आसपास शहरीकरण होना, अनुचित अपशिष्ट प्रबंधन, बूचड़खाने पास में होना, आसपास के क्षेत्रों में खुली नालियां होना आदि हैं, जो पक्षियों पशुओं के लिए भोजन या पानी के आकर्षण का मुख्य स्रोत हैं।'' प्राधिकरण ने कहा कि उसने पशु पक्षियों के टकराने की घटनाओं में कमी लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। 


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Content Writer

Seema Sharma

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