गन्ने की कीमत 450 रूपए प्रति क्विंटल करे सरकार

punjabkesari.in Tuesday, Jan 24, 2023 - 06:45 PM (IST)

 

चंडीगढ़, 24 जनवरी:  (अर्चना सेठी) इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पिछले दिनों पाले की मार पडऩे और शीत लहर चलने से भिवानी, हिसार,सिरसा, चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ जो मुख्य सरसों बोने वाले जिले हेैं, की लाखों एकड़ में 70 प्रतिशत तक सरसोंं फसल खराब हो गई है, जिसका उल्लेख कृषि विभाग द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में भी किया गया है। वहीं हिसार जिले में कई जगह पर पारा शुन्य से नीचे जाने के कारण चने की फसल भी बड़े पैमाने पर खराब हो गई है। किसान खराब हुई फसलों को लेकर धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं और मुआवजे के लिए सरकार से स्पेशल गिरदावरी की मांग कर रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि जहां पाले और शीत लहर से प्रदेश के किसानों की फसल खराब हो गई है वहीं गन्ना उत्पादन क्षेत्र के किसान लंबे समय से गन्ने की कीमत बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। गन्ने की कीमत बढ़ाने को लेकर किसान पूरे प्रदेश में आंदोलन करने पर मजबूर हैं। लेकिन बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा गठबंधन सरकार में किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। भाजपा गठबंधन सरकार किसान विरोधी है इसका इससे बड़ा और क्या सबूत होगा कि किसान अपनी खराब हुई फसलों के मुआवजे और गन्ने की कीमत बढ़ाने को लेकर कड़ाके की ठंड में आंदोलन कर रहा है और गठबंधन सरकार गुंगी और बहरी बन कर मुकदर्शक बनी हुई है। भाजपा गठबंधन सरकार में किसान, मजदूर, छोटा व्यापारी और कर्मचारी समेत सभी वर्गों की दुर्गति हो रही है। खराब हुई फसलों और गन्ने की कीमत न बढऩे के कारण किसान आर्थिक संकट से जूझ रहा है।

 

अभय सिंह चौटाला ने तुरंत प्रभाव से खराब हुई फसलों का पचास हजार रूपए प्रति एकड़ मुआवजा और गन्ने की कीमत 450 रूपए प्रति क्विंटल करने की मांग करते हुए कहा कि अन्नदाता की मांगे जायज हैं और भाजपा गठबंधन सरकार को समझना चाहिए कि फसलों का मुआवजा और गन्ने की कीमत बढ़ाने की मांग कर किसान अपना हक मांग रहा है न की खैरात।

 


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News Editor

Archna Sethi

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