Omicron: भारत में ओमिक्रॉन से पहली मौत, कोरोना के बढ़ते मामलों पर केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट

punjabkesari.in Thursday, Jan 06, 2022 - 08:34 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से मौत का पहला मामला बुधवार को राजस्थान में सामने आया जबकि covid-19 के नए मामले 70,000 के पार चले गए। केंद्र ने इसे “बेतहाशा वृद्धि” बताया है जिसका प्रसार वायरस की दूसरी क्रूर लहर के दौरान दर्ज प्रसार से कहीं ज्यादा है। वहीं केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट किया है। संक्रमण के प्रसार की गति को दर्शाने वाला पैमाना ‘आर नॉट वैल्यू' अभी के मामलों में अधिक स्तर पर है। तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश के बढ़ती महामारी से निपटने के लिए नाइट कर्फ्यू को नए सिरे से लागू करने वाले राज्यों की बढ़ती सूची में शामिल होने के साथ ही केंद्र ने कहा कि covid मामलों में वृद्धि (पिछले आठ दिनों में 6.3 गुना वृद्धि) शहरों में हो रही है और ओमिक्रॉन इसका प्रमुख कारण है।

 

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आर नॉट वैल्यू' 2.69 है। यह 1.69 के उस आंकड़े से अधिक है जो हमने महामारी की दूसरी लहर के चरम पर देखी थी। मामलों का प्रसार पहले से कहीं अधिक तेज है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राजस्थान में मौत का मामला तकनीकी रूप से ओमिक्रॉन से संबंधित है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की रिपोर्ट आने से पहले ही व्यक्ति की मौत हो गई थी। मरीज बुजुर्ग व्यक्ति थे और उन्हें शूगर के साथ अन्य बीमारियां भी थीं एवं प्रोटोकॉल के तहत उनका इलाज अन्य रोगों के साथ-साथ संक्रमण के लिए किया जा रहा था।

 

अग्रवाल ने कहा,‘‘हमारे दिशानिर्देश कहते हैं कि अगर कोरोना वायरस संक्रमित मरीज की मौत होती है तो उसे covid-19 से हुई मौत माना जाता है। इसी प्रकार अगर व्यक्ति ओमिक्रॉन से ग्रस्त पाया जाता है और भले ही इसका देर से पता चले, हम उसे ओमिक्रॉन का मामला मानते हैं। वहीं राजस्थान सरकार के अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति (73) के नमूने के जीनोम अनुक्रमण में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है उसकी दो बार कोविड जांच की गई थी जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी और 31 दिसंबर को उदयपुर के अस्पताल में मरीज की मौत हो गई थी। कई राज्यों ने कई चिकित्सकों के संक्रमित होने की जानकारी दी है जिससे किसी संकट से निपटने के लिए चिकित्सा कर्मियों की कमी की आशंका पैदा हो गई है। 


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Content Writer

Seema Sharma

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