पाकिस्तान: कट्टरपंथियों ने 20 दिन में तीसरे हिंदू मंदिर में की तोड़फोड़, शिव और गणेश की मूर्तियां
punjabkesari.in Monday, Nov 02, 2020 - 05:05 PM (IST)
पेशावरः पाकिस्तान में हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागारपारकर में मंदिर में तोड़फोड़ के बाद अब कराची में कट्टरपंथियों की भीड़ ने प्राचीन मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की। ल्यारी इलाके में हुई इस घटना में कट्टरपंथियों की भीड़ ने पहले हिंदुओं पर ईशनिंदा का आरोप लगाया और फिर बाद में कुछ लोगों ने प्राचीन मंदिर में तोड़फोड़ की। इस दौरान मंदिर में रखी भगवान गणेश और शिवजी की मूर्तियों को भी कट्टरपंथियों ने तोड़ दिया।
In Lyari, mob vandalized the Temple over allegation of Blasphemy. There being no evidence against alleged Hindu boy, Hindu community has been harassed.
— The Rise News (@Therisenews_) November 2, 2020
Hindu community has been facing problems - in video seen saying, “Look at our Temple, this is our (Hindus) status.” pic.twitter.com/LREl6DtGZn
कट्टरपंथियों ने बिना किसी ठोस सबूत के हिंदू बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप लगाया था। स्थानीय हिंदू समुदाय ने आरोप लगाया है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह मंदिर कराची के भीमपुरा इलाके के ली मार्केट में स्थित था। यही नहीं मंदिर के अंदर लगी भगवान की तस्वीरों को भी फाड़ दिया गया। पिछले 20 दिनों में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की तीसरी घटना है।
मंदिर के पास रहने वाले हिंदू समुदाय ने इस घटना पर गुस्से का इजहार करते हुए जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हिंदू समुदाय ने कहा कि इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं और सरकार को दोषियों को पकड़ना चाहिए। दूसरे अन्य मामलों की तरह इस मामले की भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा
इससे पहले सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागारपारकर में धार्मिक अतिवादियों ने दुर्गा माता की मूर्ति को खंडित कर दिया था। इन हमलावरों ने मंदिर को भी जमकर नुकसान पहुंचाया था। मंदिर के पुजारी ने बताया कि आधी रात को कुछ अज्ञात लोग मंदिर परिसर में घुसे। इसके बाद उन्होंने दरवाजे को बंद कर मूर्ति को तोड़ दिया। उन्होंने जाते-जाते मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया। अभी तक हमलावरों के खिलाफ पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है।