ओडिशा में चक्रवाती तूफान की आशंका, बिहार-झारखंड के मौसम पर भी पड़ सकता है असर

punjabkesari.in Friday, May 15, 2020 - 06:12 PM (IST)

नेशनल डेस्कः ओडिशा सरकार ने बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने और चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाने के लिए संबंधित जिला कलेक्टर को सतर्क कर दिया है। आयुक्त (विशेष राहत) प्रदीप कुमार जेना ने शुक्रवार को कहा कि चक्रवाती तूफान की स्थिति का हालांकि अभी पता नहीं चला है, लेकिन जिला कलेक्टरों को सभी जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है। इस बीच, राज्य के मुख्य सचिव असित कुमार त्रिपाठी ने आज यहां पुलिस महानिदेशक, उपमहानिरीक्षक (अग्निशमन सेवा), ओडिशा आपदा राहत मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा राहत मोचन बल समेत विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आयोजित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
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सभी जिला कलेक्टरों, खासतौर से उत्तर ओडिशा के जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि वे स्थिति पर बराबर नजर रखें। आपको बता दें कि पड़ोसी राज्य होने के कारण इसका असर बिहार और झारखंड के मौसम पर भी दिख सकता है।मुख्य सचिव ने जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, बालासोर और भद्रक जिलों के कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभावित तूफान के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में गहन चर्चा की।
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विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने कहा कि आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व हिस्से के ऊपर निम्न दबाव गहराकर एक डिप्रेशन में बदल सकत है और उसके बाद वह बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से और उससे लगे मध्य हिस्से के ऊपर 16 मई की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।
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एसआरसी ने कहा, “यह निश्चित नहीं है कि तूफान उत्तर ओडिशा से टकराएगा या पश्चिम बंगाल या बांग्लादेश की तरफ बढ़ जाएगा। अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। लेकिन सरकार संभावित चक्रवात से निपटने के लिए तैयार है। एहतियात के तौर पर हमने 12 जिला कलेक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा है।” जेना ने कहा कि ओडिशा डिजास्टर एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ), नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) और अग्निशमनकर्मियों को तैयार रहने को कहा गया है। हालांकि उनकी तैनाती का निर्णय आईएमडी से चक्रवात के रास्ते के बारे में संकेत मिलने के बाद लिया जाएगा।

 


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Yaspal

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